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दरगाह कमेटी के अस्थाई कर्मचारी आत्महत्या मामला...परिजन मोर्चरी से शव नहीं उठाने पर अड़े, आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

अजमेर में दरगाह कमेटी के अस्थाई कर्मचारी की आत्महत्या के मामले में सिविल लाइन थाना पुलिस शव का पोस्टमार्टम जेएलएन मेडिकल बोर्ड से करवा रही है, लेकिन परिजन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर शव मोर्चरी से नहीं उठाने पर अड़ गए हैं. पुलिस परिजनों से मामले में निष्पक्ष जांच का हवाला देकर समझाइश कर रही है.

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Published : Aug 18, 2021, 3:55 PM IST

दरगाह कमेटी, Rajasthan News
दरगाह कमेटी के अस्थाई कर्मचारी आत्महत्या मामला

अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के प्रबंधन के लिए मौजूदा दरगाह कमेटी के सहायक डॉ. मोहम्मद नाजिम, मोहम्मद आदिल और कर्मचारी शेर मोहम्मद की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. दरगाह कमेटी के अस्थाई कर्मचारी सरफराज खान के आत्महत्या प्रकरण में उसकी पत्नी ने सहायक नाजिम डॉ. मोहम्मद आदिल और कर्मचारी शेर मोहम्मद के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में शिकायत दी है.

मृतक सरफराज खान की पत्नी ने बताया कि उसके पति ने मरने से पहले बताया था कि सहायक नाजिम और कर्मचारी ने उससे 50 हजार रुपए की डिमांड की थी. डिमांड पूरी करने में जब उसने असमर्थता जताई तो सहायक नाजिम और कर्मचारी शेर मोहम्मद ने एक रात के लिए उसकी पत्नी को भेजने के लिए कहा था, जिससे सरफराज खान तनाव में आ गया और उसने नया बाजार से कीटनाशक दवा खरीद कर गटक ली था. बाद में जेएलएन अस्पताल में उसके पति के इलाज के दौरान मौत हो गई.

दरगाह कमेटी के अस्थाई कर्मचारी आत्महत्या मामला

सिविल लाइन थाना प्रभारी अरविंद चारण ने बताया कि मृतक सरफराज की पत्नी सबीना की ओर से शिकायत दर्ज की गई है. प्रकरण में जांच की जा रही है. शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है. इधर, मृतक की पत्नी सबीना ने बताया कि उसका पति सरफराज 8 साल से दरगाह कमेटी में कार्य कर रहा था, लेकिन पिछले 3 साल से घर बैठा था. उसने दरगाह कमेटी पर नौकरी के लिए केस भी किया था, लेकिन दरगाह कमेटी के कहने पर समझौता कर लिया.

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उसने बताया कि 1 महीने पहले दरगाह कमेटी के एक अधिकारी ने उसे बताया था कि की नौकरी लग चुकी है और वह 1 तारीख से नौकरी पर आ जाए. उसने बताया कि नौकरी पर आने के लिए सरफराज प्रयास कर रहा था, लेकिन सहायक नाजिम और कर्मचारी शेर मोहम्मद उसे परेशान कर रहे थे. नौकरी का लेटर भी उसे नहीं दिया गया. उसने बताया कि सहायक नाजिम और शेर मोहम्मद ने उसे कार्यालय में बुलाया था, जहां नौकरी देने की एवज में उससे 50 हजार रुपए की डिमांड की थी.

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