अजमेर. जिले की कानून व्यवस्था देखने वाले पुलिस अधिकारियों के नाम बेहद रोचक हैं. अफसरों की कॉल को विशेष नाम से ही पहचाना जाता है. यह नामकरण सेना से काफी हद तक मिलता-जुलता है. जहां सेना इसमें एल्फा-बीटा शब्द को प्रयुक्त करती है. वहीं पुलिस शब्दावली में लायन और टाइगर जैसे शब्दों को इस्तेमाल किया जाता है.
पुलिस करती है विशेष कोड भाषा का प्रयोग यह विशेष शब्द पुलिस अफसरों और जवानों के अलावा मंत्रालय कर्मचारी के बीच काफी प्रचलित हैं. देश की आर्मी एयरफोर्स और नेवी में अधिकारी और जवान विशेष कोड भाषा में बातचीत करते हैं. यह भाषा दुश्मनों को मात देने और गोपनीय बात वांछित व्यक्ति/ अधिकारी तक पहुंचाने के लिए एक संदेश के रूप में काम करती है.
टेलीफोन सूची जिला पुलिस अजमेर इसी तरह पुलिस के सभी उच्च अधिकारियों और उनके अधीनस्थ अधिकारियों को विशेष नाम दिए गए हैं. पुलिस के टेलीफोन सूची में अधिकारियों को मूल नाम और पद के साथ-साथ विशेष नाम और कोड भी दर्ज हैं.
सभी राज्यों की पुलिस में है विशेष नाम
देश के सभी राज्यों की पुलिस में उच्चाधिकारियों और उनके अधीनस्थ स्टाफ को विशेष नाम से पहचाना जाता है. संबंधित प्रदेशों की पुलिस ने सुविधानुसार नाम दिया है, जिनमें कुछ अधिकारियों को डॉन, लेपर्ड, कमांडो, शेर व चीता से जाना जाता है. वहीं महिला अधिकारियों को दुर्गा, भवानी के नाम से जाना जाता है.
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विशेष नाम से भेजे जाते हैं संदेश
फील्ड और नॉन फील्ड अधिकारी जवान और अधीनस्थ स्टाफ विशेष नामों को भली भांति जानते हैं. विशेष नाम से ही वायरस और फोन पर मैसेज दिया जाता है. जिसमें पुलिस अधिकारी और जवान इसे आसानी से पहचान जाते हैं.
सूची में है इन अधिकारियों के नाम
- पुलिस महानिरीक्षक- लॉयन
- पुलिस अधीक्षक - टाइगर
- सभी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ब्रैवो ( वन टू थ्री फ़ॉर )
- सभी व्रत अधिकारी पीटर ( वन टू थ्री फ़ॉर )
- उप पुलिस अधीक्षक वायलेंस -विलियम्स
- सभी पुलिस थानाधिकारी लीमा (वन टू थ्री फ़ॉर )