अजमेर.जयपुर में आगामी 24-25 जनवरी को राजस्थान इन्वेस्ट समिट 2022 (Rajasthan Invest Summit 2022) आयोजित होगा. इसकी तैयारी पर प्रदेश सरकार नजर बनाए हुए है. 3 जनवरी को CM गहलोत ने समीक्षा बैठक की. जिसमें कोविड काल में रोजगार और निवेश बढ़ाने की बात हुई. चर्चा MoU को लेकर भी हुई. जिससे जुड़े कई सवाल पूछे जाने लगे हैं. पूछा जा रहा है कि कहीं ये आंकड़ों की बाजीगरी तो नहीं. इसे लेकर अब उद्योग मंत्री शकुंतला रावत (Industry Minister Shakuntala Rawat on Invest Summit) ने स्पष्ट किया है कि ऐसी बात नहीं है.
रावत ने कहा- प्रदेश में राजस्थान इन्वेस्ट समिट 2022 (Rajasthan Invest Summit 2022) के तहत प्रदेश में 5 लाख करोड़ के एमओयू (MoU in Rajasthan 2022) विभिन्न उद्योग क्षेत्रो में हुए हैं. सरकार का प्रयास है कि इन सभी एमओयू से जुड़े प्रोजेक्ट धरातल पर आए. रावत अजमेर में संभाग के सभी जिलों के अधिकारियों से इन्वेस्ट समिट का फॉलोअप ले रही थीं.
यहां सर्किट हाउस में उन्होंने संभाग स्तर की बैठक ली. जिलावार हुए इन्वेस्ट समिट 2022 कार्यक्रम के तहत उन्होंने फॉलोअप लिया. वहीं 24-25 जनवरी को जयपुर में होने वाली राज्य स्तरीय राजस्थान इन्वेस्ट समिट 2022 की तैयारी को लेकर भी विमर्श किया. बैठक में अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक और नागौर के विधायकों को भी आमंत्रित किया गया था.
CM के Vision पर काम
रावत ने गहलोत सरकार के विजन की बात की. कहा कि प्रदेश के विकास को लेकर सीएम अशोक गहलोत का विजन (Gehlot vision on Rajasthan Development) है, उसके तहत ही राजस्थान के समस्त जिलों में इन्वेस्ट समिट 2022 कार्यक्रम हुए है. निवेशकों को सहयोगात्मक और सुरक्षित माहौल मिले इसको लेकर सरकार के अपने प्रयास है. यही वजह है कि प्रदेश में इन्वेस्ट समिट 2022 के माध्यम से 5 लाख करोड़ के एमओयू हो चुके हैं. कई निवेशकों ने जमीनें खरीद ली हैं. कई निवेशक प्रोजेक्ट को लेकर तैयारी कर चुके हैं. सबसे पहले इन्वेस्ट समिट 2021 जिला स्तर पर शुरुआत भीलवाड़ा से हुई थी. उन्होंने बताया कि छोटे निवेशककों के लिए विशेष प्रवधान किए गए हैं.
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स्टांप ड्यूटी पर विराम, जानें कब तक?
मंत्री ने छोटे निवेशकों के लिए खास इंतजामात किए जाने का दावा किया. कहा कि जो छोटे निवेशक कुटीर उद्योग लगाना चाहते हैं 3 वर्षों तक उनका निरीक्षण नहीं होगा. जांच से भी राहत मिलेगी और स्टाम्प ड्यूटी भी नहीं चुकानी होगी. इसके तहत 25 लाख रुपए तक के लोन पर 8 फीसदी ब्याज दर, 5 करोड़ तक 6 फीसदी ब्याज दर और 10 करोड़ तक के निवेश के लिए ब्याज दर 5 प्रतिशत दय है. राजस्थान में निवेश को लेकर देश विदेश से निवेशक आकर्षित हो रहे हैं.