अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से माध्यमिक शिक्षा विभाग में प्राध्यापक पदों के लिए प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन 11 से 21 अक्टूबर तक किया जाएगा. परीक्षा केंद्रों पर विशेष सतर्कता और जांच व्यवस्था के साथ ही पुलिस की निगरानी के संबंध में आयोग ने दिशा-निर्देश दिए (Security arrangements for School Lecturer exams) हैं.
आयोग सचिव एचएल अटल ने बताया कि परीक्षा में लगभग 6 लाख 19 हजार अभ्यर्थी पंजीकृत हुए हैं. परीक्षा आयोजन संबंधी व्यवस्थाओं को इस बार और संवर्धित किया गया है. समुचित समन्वय और पूर्ण मॉनिटरिंग के लिए इस बार छह केंद्रों पर एक उप समन्वयक के स्थान पर प्रत्येक तीन केंद्रों पर एक उप समन्वयक नियुक्त किया जाएगा. इसी प्रकार वीक्षकों की संख्या और सतर्कता दलों की संख्या में भी बढ़ोतरी की गई है.
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इसके अतिरिक्त वीडियोग्राफी और केंद्रों पर कार्मिकों की नियुक्ति कंप्यूटर के माध्यम से रेंडमली करने की व्यवस्था भी की गई है. अजमेर, भरतपुर, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, अलवर और श्रीनगर के प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ परीक्षा सामग्री की सुरक्षा, केंद्रों पर निगरानी और अन्य विभिन्न सुरक्षा इंतजामों को लेकर शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की गई.
प्रत्येक केंद्र पर दो वीडियोग्राफर:परीक्षा की निष्पक्षता, गोपनीयता और सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद ही अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जाएगा. परीक्षा आयोजन से जुड़े कार्मिकों को भी केंद्र में मोबाइल और अन्य कोई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के साथ प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. संपूर्ण परीक्षा आयोजन की वीडियोग्राफी के लिए प्रति परीक्षा केंद्र दो वीडियोग्राफरों की नियुक्ति पुलिस वेरिफिकेशन के बाद की जाएगी.
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सतर्कता दलों में प्रशासन और पुलिस अधिकारी:अटल ने बताया कि प्रत्येक छह केंद्रों के लिए एक सतर्कता दल का गठन जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलेक्टर की ओर से किया जाएगा. इस तीन सदस्यों के दल में राजस्थान प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा के अधिकारी तथा एक जिला शिक्षा अधिकारी स्तर के शिक्षाविद को नियुक्त किया जाएगा. संबंधित जिले में परीक्षा केंद्रों की संपूर्ण पुलिस व्यवस्था के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा. परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा सामग्री और परीक्षा के बाद जिला मुख्यालय से आयोग कार्यालय तक परीक्षा सामग्री का परिवहन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में किया जाएगा.
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लॉटरी सिस्टम से वीक्षकों की कक्षों में ड्यूटी:सभी परीक्षा केंद्रों पर प्रत्येक 24 अभ्यर्थियों पर दो वीक्षकों को नियुक्त किया जाएगा. राजकीय परीक्षा केंद्रों पर 50 प्रतिशत वीक्षक अन्य राजकीय संस्थाओं से एवं निजी परीक्षा केंद्रों पर प्रत्येक परीक्षा कक्ष में एक राजकीय वीक्षक की अनिवार्यता के साथ 75 प्रतिशत तक राजकीय वीक्षक जिला कलेक्टर और समन्वयक के स्तर पर नियुक्त किए जाएंगे. इसके लिए शिक्षकों का कंप्यूटरीकृत रेंडमाइजेशन कर परीक्षा तिथि से 3 दिन पूर्व परीक्षा केंद्रों का आवंटन कर नियुक्त किया जाएगा. परीक्षा केंद्रों पर केंद्र अधीक्षक की ओर से परीक्षा कक्ष वीक्षकों का आवंटन लॉटरी सिस्टम से किया जाएगा.