राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

चिकित्सा स्वास्थ्य के सचिव ने JLN अस्पताल का किया निरीक्षण, कहा- संक्रमित मरीज की मदद के लिए सरकार तत्पर

अजमेर में बुधवार को चिकित्सा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख शासन सचिव अकेला अरोड़ा ने जवाहरलाल नेहरू अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है. सरकार बजट की भी कोई कमी नहीं आने देगी, जरूरत होने पर बजट को और अधिक बढ़ाया जाएगा.

Inspection of Jawaharlal Nehru Hospital, जवाहरलाल नेहरू अस्पताल का निरीक्षण  ax
जवाहरलाल नेहरू अस्पताल का निरीक्षण

By

Published : Sep 23, 2020, 1:33 PM IST

अजमेर. शहर में बुधवार को चिकित्सा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख शासन सचिव अकेला अरोड़ा ने जवाहरलाल नेहरू अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा कि देश और राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. राज्य सरकार संसाधन और मैन पावर की कोई कमी नहीं आने देगी. वहीं आमजन आइसोलेट और गंभीर मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देना सरकार की प्राथमिकता में शुमार है. मुख्यमंत्री ने सोचा कि सरकार के साथ आमजन बीच में सहयोगी बने.

जवाहरलाल नेहरू अस्पताल का निरीक्षण

अरोड़ा ने कहा कि केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के अनुसार कोरोना संक्रमण के मद्देनजर विश्लेषण करने के बाद ही संक्रमित मरीजों और मौत के आंकड़ों को जारी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है. सरकार बजट की भी कोई कमी नहीं आने देगी, जरूरत होने पर बजट को और अधिक बढ़ाया जाएगा.

उन्होंने कहा कि सरकार हर स्थिति से निपटने को तैयार है. ऑक्सीजन की उपलब्धता आईसीयू सुविधाओं को और पुख्ता किया जा रहा है. सरकार दो तरीके से कार्य कर रही है. पहले जनता को साथ लेकर वहीं दूसरा धारा 144 लगाकर कोरोना संक्रमण रोकने का प्रयास कर रही है. इसके अलावा अस्पतालों में सभी सुविधा मिलेगी.

पढ़ेंःजालोर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 7 किलो डोडा पोस्त और अफीम के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार

अरोड़ा ने कहा कि उपखंड स्तर के अस्पतालों में कोविड, ओपीडी, स्क्रीनिंग, सैंपल एंबुलेंस और ऑक्सीजन की सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएगी. बढ़ते संक्रमण में मरीज को ऑक्सीजन की ज्यादा जरूरत पड़ रही है. उन्होंने स्वीकार किया कि रोगी को उसके परिजन छोटे अस्पतालों के बजाय अजमेर, जयपुर, जोधपुर या अन्य बड़ी जगह इलाज के लिए ले जाना चाहते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details