अजमेर. शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने 2 अगस्त से खुलने जा रहे स्कूलों को लेकर बड़ा बयान दिया है. डोटासरा के बयान के मुताबिक अब 2 अगस्त को स्कूल नहीं खुलेंगे. डोटासरा ने बताया कि चिकित्सक विशेषज्ञों की राय आने के बाद सीएम ने सब कमेटी चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा की अध्यक्षता में बनाई है. सभी पहलुओं पर चर्चा के बाद सब कमेटी अपनी रिपोर्ट सीएम को देगी. इसके बाद ही स्कूल खोलने को लेकर अंतिम निर्णय सीएम अशोक गहलोत लेंगे.
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डोटासरा ने कहा कि राजस्थान सरकार संवेदनशील है. सब कमेटी की बैठक में चर्चा होगी. मोदी सरकार जिस प्रकार से कोरोना को समझने में विफल रही और इसके कारण लाखों लोगों की जानें चली गई थी. स्कूल में किस स्तर तक की कक्षाएं खोली जाए उसको लेकर चर्चा होगी. उसके बाद ही सरकार अंतिम निर्णय लेगी. उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर नहीं आई तो 26 सितंबर को ही रीट परीक्षा 2021 करवाई जाएगी. बोर्ड परीक्षा को लेकर तैयारियां कर रहा है. बोर्ड ने जिस प्रकार शीघ्र परिणाम दिए हैं, वैसे ही शिक्षित बेरोजगारों को भी परीक्षा के बाद जल्द ही सुखद परिणाम मिलेंगे.
स्कूल खोलने पर डोटासरा का U-Turn दो कारणों से हो रही है चर्चा
RAS 2018 में हुई धांधली के सवाल पर शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि आयोग निष्पक्षता से कार्य करता है. आयोग के पास कोई शिकायत आती है तो उस शिकायत का आयोग के फुल कमीशन में चर्चा कर निर्णय लिया जाता है. इसी प्रकार यदि सरकार के पास कोई जायज शिकायत आती है तो उसका निर्णय सरकार जांच करवाकर करती है.
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डोटासरा ने कहा कि आज की तारीख में जो भी चर्चाएं हो रही है वह दो कारणों की वजह से है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में एफआईआर दर्ज होना पहला कारण है. कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते यह मुद्दा मेरे द्वारा उठाया गया है और दूसरा मामला किसान गरीब दलित का बेटा अब मेहनत करके आगे आने लगा है तो कुछ लोगों को तकलीफ हो रही है. मेरा मानना है कि जब समय करवट लेता है और ग्रामीण परिवेश के लोग आगे आते हैं तो कुछ लोग जो सिस्टम पर अपना कब्जा बताते हैं. उनको स्वाभाविक रूप से तकलीफ होती है.
विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन दिलाने पर सरकार कर रही है विचार
डोटासरा ने कहा कि कोरोना काल में केंद्र सरकार के उपक्रम टीवी रेडियो का उपयोग लिया गया. हवामहल स्माइल प्रोजेक्ट के माध्यम से बच्चों को घर बैठे पढ़ाई करवाई गई. साथ ही नवाचार करते हुए हर स्कूल में शिक्षकों को प्रत्येक कक्षा के 10 विद्यार्थियों को प्रतिदिन फोन पर बात करने के निर्देश दिए गए. आज भी बच्चों को कोरोना काल मे पढ़ाई करवाई जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षा नहीं है. ऑनलाइन शिक्षा का लाभ गरीब के बच्चों को नहीं मिल पा रहा है. इसके लिए पिरामिल फाउंडेशन से 4 हजार टेबलेट विद्यार्थियों को देने का एमओयू सरकार ने किया है. सरकार विचार कर रही है कि कहीं से संसाधन जुटाकर बच्चों को स्मार्टफोन दें.
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डोटासरा ने की बोर्ड अध्यक्ष की प्रशंसा
डोटासरा ने बोर्ड अध्यक्ष डॉ. डीपी जरौली की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में कई ऐतिहासिक निर्णय विद्यार्थियों के हित में लिए गए. बोर्ड में कई चुनौतियों को अपनी मेहनत और सकारात्मक सोच के साथ पार किया है. बोर्ड ने 10वीं और 12वीं का परिणाम भी जल्द तैयार कर लिया है. बोर्ड अध्यक्ष एवं अधिकारी और कर्मचारियों की मेहनत का ही नतीजा है.
डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस की परंपरा रही है कि प्रदेश अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष की नियुक्ति आलाकमान ही करता है. डोटासरा ने चुटकी लेते हुए कहा कि मौसम अच्छा है बारिश भी आएगी. संगठन में नियुक्तियां जल्द होगी और इसका फायदा संगठन को भी मिलेगा.