अजमेर. राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाडी शनिवार को अजमेर में (MP Ghanshyam Tiwadi In Ajmer) थे. अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित आपातकाल के लोकतंत्र सेनानी गौरव सम्मान कार्यक्रम में तिवाड़ी ने शिरकत की. मीडिया से मुखातिब हुए तो तिवाड़ी ने कहा कि बीजेपी ने पूरे देश में 25 जून का दिन काला दिवस के रूप में मनाया है. तिवाड़ी ने तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी की खामियों पर रोशनी डाली. कहा- 28 वर्ष के लोकतंत्र का तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने जैसे 1947 को आधी रात्रि में देश को आजादी मिली थी उसी प्रकार 25 जून 1975 में आधी रात्रि को भारत के गणतंत्र को समाप्त करने का षड्यंत्र किया. आपातकाल लगाकर प्रेस की स्वतंत्रता छीन ली गई. कार्यपालिका की शक्तियां समाप्त कर दी गई न्यायपालिका पर प्रतिबंध लगा दिया गया. देश को जेल खाना बना दिया गया था. उन्होंने बताया कि 1 लाख 13 हजार नेताओं को गिरफ्तार किया गया. 83 लाख लोगों की जबरन नसबंदी की गई. उस वक्त देश में हाहाकार मचा हुआ था.
तिवाड़ी ने कहा मैं खुद भुक्तभोगी रहा हूं: तिवाड़ी ने खुद को उस दौर का भुक्तभोगी बताया. बोले- मैं खुद उन सारी घटनाओं का दर्शक और भुक्तभोगी रहा हूं. उस दौरान मुझे गिरफ्तार किया गया फिर डीआईआर में डिस्चार्ज हुआ. उसके बाद मैंने भूमिगत रहते हुए काम किया. झुंझुनू में कार्यकर्ताओं की पैरवी करने गए तो वहां मेरी बुरी तरह से पिटाई की गई. इस घटना को लेकर जेल में बंद नेताओ ने अनशन किया था. इसके बाद जब इमरजेंसी में ढील दी गई तब जनसंघ की पहली बैठक बुलाई गई. इसके बाद जब चुनाव हुए तो जनता ने तानाशाही को उखाड़ फेंका और लोकतंत्र की जीत हुई. आइंदा ऐसा करने की किसी की हिम्मत नहीं हुई इसलिए भारतीय जनता पार्टी 25 जून को काला दिवस मनाती है.