अजमेर. अजमेर में एसीबी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्थान लोक सेवा आयोग में पदस्थापित कनिष्ठ लिपिक को 23 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोपी सज्जन सिंह गुर्जर ने परिवादी से यह राशि आरएएस मुख्य परीक्षा 2018 के साक्षात्कार में पास कराने की एवज में ली थी. आरोपी के अजमेर, बांदीकुई, जयपुर सहित अन्य ठिकानों पर एसीबी सर्च कर रही है.
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जयपुर एसीबी की टीम ने यह कार्रवाई की है. एसीबी ने आरोपी के पास से 1 लाख रुपये कैश और 22 लाख की डमी मुद्रा बरामद की है. आरोपी को अजमेर में ही आयोग कार्यालय से कुछ दूरी पर स्थित किराए के कमरे से गिरफ्तार किया गया है.
आरपीएससी का कर्मचारी रिश्वत लेते गिरफ्तार जयपुर एसीबी की टीम ने परिवादी की शिकायत पर बड़ी कार्रवाई करते हुए आयोग कार्यालय में लेखा शाखा के पद पर कार्यरत एलडीसी सज्जन गुर्जर को रंगे हाथों ट्रैप किया है. एसीबी के खुलासे में स्पष्ट हुआ है कि एलडीसी सज्जन कुमार ने परिवादी से 23 लाख रुपये की डिमांड की थी. जयपुर एसीबी के एएसपी हिमांशु सिंह ने बताया कि आरएएस मुख्य परीक्षा 2018 में परिवादी को साक्षात्कार में पास कराने की एवज में रिश्वत मांगी गई थी.
एसीबी ने बताया कि आरोपी सज्जन गुर्जर ने परिवादी को कहा था कि आयोग के सदस्य और बड़े अधिकारी को भी इस राशि में हिस्सा दिया जाएगा. इस मामले में आयोग के सदस्य और अधिकारियों की भूमिका को लेकर भी एसीबी जांच कर रही है. बता दें अभी आरएएस मुख्य परीक्षा 2018 के साक्षात्कार जारी हैं. ऐसे में आरएएस मुख्य परीक्षा 2018 को लेकर भी बड़े सवाल खड़े हो गए हैं.
परिवादी के पास आरोपी सज्जन सिंह गुर्जर की डिमांड पूरी करने के लिए पैसे नहीं थे. आरोपी ने पहले 25 लाख रुपये की डिमांड की थी. लेकिन बाद में 23 लाख रुपये में सौदा तय हुआ. जब इस संबंध में परिवादी ने एसीबी में शिकायत की तो एसीबी के सामने समस्या थी कि इतनी बड़ी राशि का इंतजाम कैसे किया जाए, तब परिवादी ने ही 1 लाख रुपये के असली नोटों के नीचे डमी मुद्रा रखने का आइडिया दिया था.
इससे पहले भी आरपीएससी के दामन पर दाग लग चुके हैं. पूर्व आयोग अध्यक्ष हबीब खान गौरान को एसओजी ने प्रश्न पत्र लीक मामले में गिरफ्तार किया था. जूनियर अकाउंटेंट के शिकंजे में फंसने के बाद उससे पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में सामने आया है कि आयोग के सदस्यों और अधिकारियों से उसकी सांठगांठ है. एसीबी आरोपी से कड़ी पूछताछ कर रही है. देखना होगा भ्रष्टाचार की इस चेन में और कौन-कौन जुड़ा हुआ है.