अजमेर. राजस्थान के रेजिडेंट डॉक्टर स्टाइपेंड बढ़ाने, समय पर परीक्षाएं आयोजित करवाने सहित अन्य मांगों को लेकर पिछले कुछ दिनों से आंदोलन की राह पर हैं. सोमवार को रेजिडेंट डॉक्टर्स ने 2 घंटे कार्य का बहिष्कार कर अपने रोष का इजहार किया. उन्होंने सरकार से मांग पूरी करने के लिए गुहार लगाई.
रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. गोवर्धन सैनी ने बताया कि राजस्थान में इंटर्न डॉक्टर का मानदेय नरेगा श्रमिकों से भी कम है. जिससे डॉक्टर को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है. इसके साथ ही आर्थिक संकट भी झेलना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि पिछले 1 साल से कोरोना की ड्यूटी के चलते उन्हें अवकाश तक नहीं दिया जा रहा है जिससे वह मानसिक तनाव झेल रहे हैं. सरकार है कि उनकी परीक्षाएं समय पर नहीं करवा कर उनके कोर्स को और लंबा खींच रही है जिससे रेजिडेंट डॉक्टर में गहरा रोष है.
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उन्होंने सरकार से परीक्षाएं नहीं होने की स्थिति में उन्हें सीनियर रेजिडेंट बनाने, स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग की है. यदि सरकार ने ये मांगें नहीं मानी तो उन्हें गुरुवार से कोरोना ड्यूटी का भी बहिष्कार करना होगा. आज बिना कोविड ड्यूटी वाले रेजिडेंट डॉ. ने दो घंटे काम नहीं किया और काली पट्टी बांधकर सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई है.