अजमेर. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा की पुत्रवधु प्रतिभा के भाई गौरव और बहन प्रभा को आरएएस 2018 (RAS Interview) के साक्षात्कार में दोनों को 80-80 अंक मिले हैं. दिलचस्प बात यह है कि आरएएस 2016 (RAS 2016) में डोटासरा की पुत्रवधु को भी साक्षात्कार में 80 अंक मिले थे. सोशल मीडिया पर तीनों के अंक समान होना चर्चा का विषय बना हुआ है.
बता दें कि आरएएस 2018 में रिश्वतकांड का खुलासा एसीबी ने किया है. आयोग की ही जूनियर अकाउंटेंट सज्जन सिंह और आरपीएससी मेंबर राजकुमारी गुर्जर के भाई के टोल नाके का सुपरवाइजर नरेंद्र पोसवाल रिश्वतकांड में पकड़े गए.
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उनसे खुलासे में सामने आया कि आरोपी अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में अच्छे नंबर दिलाने और सिलेक्शन करवाने की एवज में 25 लाख रुपये घुस लेते थे. डोटासरा की पुत्रवधु, उनके भाई और बहन के आरएएस 2016 के साक्षात्कार में आए एक समान 80-80 नंबर को संयोग के साथ ही शक के साथ भी देखा जा रहा है. फिलहाल आयोग ने इस मामले की पुष्टि नहीं की है.
अंकों की शीट सोशल मीडिया पर वायरल पुत्रवधु ने एमबीबीएस के बाद की तैयारी : शिक्षा मंत्री डोटासरा के बेटा और पुत्रवधु दोनों ही आरएएस हैं. आरएएस 2016 में भी जब गोविंद डोटासरा की पुत्रवधु के 80 अंक आए थे तब भी उनका चयन चर्चा में रहा था. डोटासरा की पुत्रवधु एमबीबीएस कर चुकी हैं. इस बार आरएएस 2018 के नतीजों में उनकी पुत्रवधु की बड़ी बहन प्रभा को इंटरव्यू में 80 अंक मिले हैं जो कि बीडीएस कर चुकी हैं. वहीं, दिल्ल यूनिवर्सिटी में टॉपर भाई गौरव ने भी 80 ही अंक प्राप्त किए हैं.
विवादों में रहा साक्षात्कार : इस भर्ती प्रक्रिया में विवादों की बात करें तो 2 अप्रैल 2018 को भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने के साथ ही तकनीकी और नियम पालना संबंधी विभिन्न विवादों के कारण भर्ती अटकती रही. वहीं, कई बार कोर्ट में प्रकरण होने पर अभ्यर्थियों को भर्ती का इंतजार करना पड़ा. साक्षात्कार समाप्ति के 4 दिन पहले आयोग की सदस्य राजकुमारी गुर्जर के नाम पर आयोग के ही जूनियर अकाउंटेंट रिश्वत लेते पकड़े जाने से एक बार फिर आयोग की साख को गहरा धक्का लगा.
इसी तरह से 2 अगस्त 2020 को साक्षात्कार के लिए चयनित अभ्यर्थियों की संख्या को लेकर भी विवाद गहराया था. मामला कोर्ट तक पहुंचा. इस मामले में न्यायालय ने आरपीएससी और राज्य सरकार को नोटिस जारी किए थे. इसको लेकर आयोग ने दिसंबर 2020 से शुरू होने वाले साक्षात्कार स्थगित करने पड़े थे और भर्ती प्रक्रिया लंबित हो रही थी. वहीं, साक्षात्कार के खत्म होने से 4 दिन पूर्व एसीबी की कार्रवाई के बाद राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्य राजकुमारी गुर्जर आरएएस 2016 और 2018 सहित कई भर्तियों के साक्षात्कार बोर्ड में शामिल रहीं. इसको लेकर प्रदेश में अभ्यर्थियों के बीच परीक्षा परिणाम की निष्पक्षता को लेकर संशय के सवाल भी उठ खड़े हो चुके हैं.