अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग (Rajasthan Public Service Commission) ने आरएएस प्रतियोगी परीक्षा 2018 (RAS Main Exam 2018) का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है. मंगलवार को आयोग कार्यालय में अभ्यर्थियों की काउंसलिंग का अंतिम दिन था. इसके बाद आयोग ने देर रात परिणाम घोषित किया है. राज्य प्रशासनिक सेवा के 1051 पदों के लिए आरएस मुख्य परीक्षा 2018 हुई थी. परिणामों पर गौर करें तो टीएसपी कैटेगरी में 54 और नॉन टीएसपी कैटेगरी में 1969 सफल अभ्यार्थियों के रोल नंबर आयोग ने वेबसाइट http://www.rpsc.rajasthan.gov.in पर जारी किए हैं.
जानकारी के अनुसार आयोग 1051 अभ्यर्थियों की सूची कार्मिक विभाग को शीघ्र भेजेगा. आयोग ने आरएएस भर्ती 2018 में टॉप टेन अभ्यार्थियों की मेरिट लिस्ट भी जारी की है. इनमें प्रथम स्थान पर झुंझुनू की मुक्ता राव, दूसरे स्थान पर टोंक से मनमोहन शर्मा, तीसरे स्थान पर जयपुर से शिवाक्षी खांडल, चौथे स्थान पर झुंझुनू से निखिल कुमार, पांचवे स्थान पर जयपुर से वर्षा शर्मा, छठे स्थान पर यशवंत मीणा, सांतवे स्थान पर अलवर से रवि कुमार गोयल, आठवें स्थान पर जालोर से बीनू देवल, नौवें स्थान पर टोंक से विकास प्रजापत और दसवें स्थान पर नागौर से सिद्धार्थ संदु मेरिट लिस्ट में शामिल है.
आपको बता दें आरएएस 2018 (RAS 2018) के इंटरव्यू 22 मार्च से 16 अप्रेल तक हुए थे. कोरोना की दूसरी लहर के चलते इंटरव्यू स्थगित कर दिए गए थे. इसके बाद 21 जून से 13 जुलाई तक फिर से इंटरव्यू आयोजित किए गए. इंटरव्यू पूरे होने के बाद महज 8 घंटे में ही आयोग ने रिजल्ट तैयार कर लिया और देर रात को सफल अभ्यर्थियों की सूची वेबसाइट पर अपलोड कर दी.
कौन हैं टॉपर मुक्ता राव :प्रदेश की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा में टॉप करने वाली मुक्ता राव मूलत: झुंझुनू जिले के चिड़ावा की रहने वाली हैं. उनकी शादी सीकर जिले के नेतड़वास के रहने वाले डॉ. विजयपाल सिंह ढाका से हुई थी. उनके पति एक निजी यूनिवर्सिटी में साइंट डिपार्टमेंट के हेड हैं. उनके एक 10 साल का बेटा है.
तीसरी बार एक ही परीक्षा में सफलता : इस प्रतियोगी परीक्षा में सातवीं रैंक हासिल करने वाले अलवर जिले के रवि इससे पहले भी दो बार इसी एग्जाम में सफलता हासिल कर चुके हैं. पहली बार 2013 में उन्हें 870वीं रैंक और 2016 की भर्ती में 95वीं रैंक हासिल हुई थी. रवि फिलहाल भिवाड़ी इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट अथॉरिटी (बीडा) में सीनियर अकाउंट पद पर तैनात हैं. लेकिन इस बार उन्हें 7वीं रैंक मिली है जिसको लेकर पूरे परिवार में खुशी का माहौल है.
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ऐसे चेक करें आरएएस भर्ती 2018 का फाइनल रिजल्ट
सबसे पहले राजस्थान लोक सेवा आयोग की वेबसाइट /rpsc.rajasthan.gov.in पर जाए
होम पेज पर रिजल्ट सेक्शन में जाएं
यहां Final Result (After Interview) of Raj. State and Sub. Services Comb. Comp. Exam - 2018 (NTSP/TSP का एक लिंक मिलेगा, इस पर क्लिक करें
अब एक पीडीएफ फाइल ओपन होगी
इसमें अपना रोल नंबर सर्च कर सकते हैं
विवादों में रहा परीक्षा: आरएएस भर्ती 2018 शुरू से ही विवादों में रहा है. इस भर्ती प्रक्रिया को पूरा होने में 3 वर्ष का समय लग गया. पिछड़ी वसुंधरा सरकार में भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी और अब गहलोत सरकार के पौने तीन वर्ष के कार्यकाल में जाकर भर्ती पूरी हुई है.
इस भर्ती प्रक्रिया में विवादों की बात करें तो 2 अप्रैल 2018 को भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने के साथ ही तकनीकी और नियम पालना संबंधी विभिन्न विवादों के कारण भर्ती अटकती रही. वहीं कई बार कोर्ट में प्रकरण होने पर अभ्यर्थियों को भर्ती का इंतजार करना पड़ा. उनका विश्वास भी डगमगया. हालांकि आयोग प्रबंधन ने न्यायालय में सही पक्ष रखकर अभ्यार्थियों के विश्वास को बहाल करने में कामयाबी पाने की कोशिश की.
साक्षात्कार समाप्ति के 4 दिन पहले आयोग की सदस्य राजकुमारी गुर्जर के नाम पर आयोग के ही जूनियर अकाउंटेंट रिश्वत लेते पकड़े जाने से एक बार फिर आयोग की साख को गहरा धक्का लगा. बता दें कि आरएएस प्री 2018 का मामला भी कोर्ट में पहुंचा था. इसमें परिणाम में ओबीसी की कट ऑफ जनरल से अधिक होने को लेकर अभ्यार्थी ने न्यायालय की शरण ली थी. मामले में सुनवाई के बाद कोर्ट ने मुख्य परीक्षा के परिणाम पर रोक लगा दी थी. हालांकि आयोग ने कोर्ट के आदेश पर मुख्य परीक्षा 25-26 जून 2019 को आयोजित की, लेकिन परिणाम 1 वर्ष बाद जुलाई 2020 को जारी किया.
इसी तरह से 2 अगस्त 2020 को साक्षात्कार के लिए चयनित अभ्यर्थियों की संख्या को लेकर भी विवाद गहराया. मामला कोर्ट तक पहुंचा. हालांकि इस मामले में आयोग के पक्ष को कोर्ट ने सही माना और इसके बाद साक्षात्कार प्रक्रिया संभव हो सकी. सितंबर 2020 को भी सफल अभ्यार्थियों के मार्क्स जारी नहीं करने और उत्तर पुस्तिका नहीं दिखाने को लेकर भी मामला उच्च न्यायालय पहुंचा था. इस मामले में न्यायालय ने आरपीएससी और राज्य सरकार को नोटिस जारी किए थे. इसको लेकर आयोग ने दिसंबर 2020 से शुरू होने वाले साक्षात्कार स्थगित करने पड़े थे और भर्ती प्रक्रिया लंबित हो रही थी. इतना ही नहीं मंत्रालयिक कर्मचारी वर्ग एवं पूर्व सैनिक को बिना दस्तावेज सत्यापन के साक्षात्कार में बुलाने को लेकर भी विवाद रहा.
साक्षात्कार के खत्म होने से 4 दिन पूर्व एसीबी की कार्रवाई के बाद राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्य राजकुमारी गुर्जर आरएएस 2016 और 2018 सहित कई भर्तियों के साक्षात्कार बोर्ड में शामिल रही. इसको लेकर प्रदेश में अभ्यर्थियों के बीच परीक्षा परिणाम की निष्पक्षता को लेकर संशय के सवाल भी उठ खड़े हुए हैं.
बता दें कि राजकुमारी गुर्जर 7 दिसंबर 2016 को आयोग में सदस्य बनी थी. नियमानुसार आयोग के सदस्यों को साक्षात्कार बोर्ड में शामिल किया जाता है. आरएएस 2016 कुल 725 पदों के लिए हुई थी, इसके साक्षात्कार बोर्ड में राजकुमारी गुर्जर भी शामिल रही थी. केवल इसी में ही नहीं अन्य भर्तियों में भी राजकुमारी गुर्जर साक्षात्कार बोर्ड में शामिल रही. हाल ही में आरएएस 2018 के अधिकांश साक्षात्कार बोर्ड में आयोग सदस्य राजकुमारी गुर्जर श्याम मिल रही है, लेकिन एसीबी की कार्रवाई के बाद साक्षात्कार के अंतिम 2 दिन राजकुमारी गुर्जर साक्षात्कार बोर्ड में नहीं थी.
आयोग सदस्य इन भर्तियों में साक्षात्कार बोर्ड में रही शामिल
एसआई भर्ती परीक्षा 2016 के 511 पदों के लिए साक्षात्कार, सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर के 23 पद के लिए साक्षात्कार, जूनियर लीगल ऑफिसर के 156 पदों के लिए साक्षात्कार, पीआरओ भर्ती 26 पदों के लिए साक्षात्कार, वाइस प्रिंसिपल सुपरीटेंडेंट आईटीआई के 86 पद के लिए साक्षात्कार, लाइब्रेरियन ग्रेड सेकंड भर्ती के 12 पदों के अलावा आरएएस भर्ती 2016 और 2018 के साक्षात्कार में भी आयोग सदस्य राजकुमारी गुर्जर शामिल रही.