अजमेर. ऑल इंडिया रेलवे एम्प्लाइज फेडरेशन के आह्वान पर भारतीय रेल के निजीकरण के विरुद्ध देशभर में 14 से 19 सितंबर तक रेलकर्मी द्वारा विरोध सप्ताह मनाया जा रहा है. इस कड़ी में अजमेर में भी फेडरेशन के आह्वान पर नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन जन आंदोलन करने की तैयारी कर रहा है.
नार्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लॉइज यूनियन के सचिव अरुण गुप्ता ने बताया कि रेलवे देश की लाइफलाइन है. सामान्य और गरीब व्यक्ति 90 फीसदी व्यक्ति रेल में आसानी से सफर करता है. यह तभी संभव हो रहा है, जबकि इसमें कार्यरत लगभग 12 लाख सरकारी कर्मचारी अपने दायित्व का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी के साथ कर रहे हैं.
भारतीय रेल युवाओं को सामाजिक सुरक्षा के साथ-साथ नियमित रोजगार प्रदान करने का भारत का सबसे बड़ा संस्थान है. इस प्रकार रेलों का निजीकरण देश के आमजन और युवाओं के हित में बिल्कुल नहीं है.
गुप्ता ने कहा कि भारतीय रेलवे का निजीकरण करने की जिद पर सरकार अड़ी हुई है निजीकरण से ना तो देश का भला होने वाला है ना ही आम जनता को इसका लाभ मिलेगा. केवल विदेशी कंपनियों और कुछ पूंजीपतियों को देश की संपदा हस्तांतरित होनी है. उन्होंने कहा कि भारतीय रेल का सिद्धांत रहा है, सेफ्टी फर्स्ट नॉट प्रॉफिट, सर्विस फर्स्ट नॉट प्रॉफिट है फिर भी सरकार लाभ को क्यों आधार बना रही है.
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