अजमेर. राज्य सरकार की नयी आबकारी नीति के तहत नीलाम हुई शराब की दुकानों को लेकर अजमेर में विभिन्न क्षेत्रों में विरोध हो रहा है. नगरा क्षेत्र में दूसरे दिन भी क्षेत्र की निर्दलीय पार्षद काजल यादव के नेतृत्व में विरोध जारी रहा. यादव ने अपने समर्थकों के साथ शराब की दुकान के बाहर आबकारी विभाग को सद्बुद्धि देने की कामना करते हुए यज्ञ किया.
अजमेर में वार्ड 43 में शराब की दुकानें खोले जाने का विरोध, आबकारी अधिकारियों की सद्बुद्धि के लिए किया गया यज्ञ
अजमेर के वार्ड 43 में शराब की दो दुकानें खोले जाने का विरोध बढ़ता जा रहा है. निर्दलीय पार्षद काजल यादव ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर आबकारी विभाग की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया. उन्होंने कहा कि अगर आबकारी विभाग ये दुकानें नहीं हटाता है तो आने वाले दिनों में आंदोलन किया जायेगा.
निर्दलीय पार्षद काजल यादव का कहना है कि आबकारी विभाग ने उनके क्षेत्र में दो शराब की कम्पोजिट दुकानें खोलने के लिए लोकेशन की स्वीकृति दी है. दोनों ही दुकानें एक दूसरे से 8 मीटर की दूरी पर हैं और दोनों दुकानों के बीच वर्षो पुरानी प्याऊ है. उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र में दलित और श्रमिक वर्ग के लोग अधिक रहते हैं. वहीं शराब की दुकानों के सामने 100 मीटर से कम दूरी पर मंदिर है. स्कूल के बच्चे उस रास्ते से निकलते हैं.
उन्होंने कहा कि शराब की दुकान से क्षेत्र का माहौल खराब होता है. शनिवार को कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए कम लोगों के साथ अपना विरोध जताते हुए आबकारी विभाग के अधिकारियों को सद्बुद्धि की कामना करते हुए यज्ञ किया गया है. आंदोलन का दूसरा दिन है. आबकारी विभाग ने उनके वार्ड से ही दुकाने नहीं हटाई तो मजबूरन क्षेत्र के लोगों के साथ आंदोलन करना पड़ेगा. क्षेत्रवासी ईश्वर राजोरिया ने बताया कि नयी आबकारी नीति में राष्ट्रीय राजमार्ग, गरीब एवं एससी की बस्तियों में शराब की दुकानें नहीं खोले जाने के निर्देश स्पष्ट रूप से दिए गए हैं. बावजूद इसके नयी आबकारी नीति को अधिकारी पलीता लगा रहे हैं.