राजस्थान

rajasthan

By

Published : Sep 28, 2020, 6:52 PM IST

ETV Bharat / city

अजमेर: वकील के साथ मारपीट मामले में नहीं हुई कार्रवाई, मिल रही धमकी

अजमेर के अलवर गेट थाना इलाके में एक वकील के साथ मारपीट हुई थी. मामले में पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज करने के बावजूद भी अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ऐसे में अब वकील को धमकियां मिल रही हैं.

अजमेर की खबर, वकील से मारपीट, अजमेर में अपराधी, मारपीट मामले में नहीं हुई कार्रवाई, Ajmer news, lawyer beaten up, criminal in Ajmer, action not taken in the case of assault
वकील के साथ मारपीट मामले में नहीं हुई कार्रवाई

अजमेर.अलवर गेट थाना इलाके में बीते 25 सितंबर को एक वकील के साथ मारपीट हुई थी. मामले को लेकर वकील ने थाने में मुकदमा भी दर्ज करवा दिया था. बावजूद, उसके भी अभी तक पुलिस ने किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की है. ऐसे में वकील का आरोप है कि पुलिस कार्रवाई न होेने के कारण मारपीट करने वाले लोग लगातार धमकी दे रहे हैं. साथ ही उसके मकान पर जबरन कब्जा कर लिए हैं और किराया भी नहीं दे रहे हैं.

पीड़ित एडवोकेट ललित कुंपावत ने बताया कि धोलाभाटा स्थित एक स्कूल के पीछे गुरुनानक कॉलोनी में उनका मकान है, जिसे उसने गणेश गुवाहाटी वैशाली नगर में किराए से रहने वाली ऋतु सोनी पत्नी रमेश सोनी को जनवरी माह में किराए पर दिया था. एडवोकेट का कहना है कि वह जब फरवरी में रितु सोनी के पास किराया मांगने गए तो उसने लॉकडाउन लगने के कारण किराया देने में असमर्थता जाहिर कर दी. वहीं उसके बाद वह अपने वापस घर पर पहुंच गया, लेकिन जब 25 सितंबर को वह दोबारा शाम के समय रितु सोनी से किराया मांगने के लिए गया तो उसने किराया देने से साफ इनकार कर दिया और धमकी दी कि तुमसे जो हो सके वह कर ले.

यह भी पढ़ें:चूरू: पत्नी को प्रसव कराने अस्पताल पहुंचे पति को हॉस्पितल के गार्ड ने पीटा

एडवोकेट ललित का कहना है कि उसी समय वहां पर रितु सोनी के दो पुत्र जय सोनी उर्फ डॉन और शिवम वहां मौजूद थे, जिन्होंने उसके साथ हाथापाई की और उसकी दो पुत्रियां वहां गई थीं, उनसे अभद्रता की. ललित ने बताया कि 26 सितंबर को उन्होंने अलवर गेट थाने पर रितु सोनी और उसके पुत्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए शिकायत दी तो पुलिस ने उसके दोनों पुत्रों को धारा- 151 के तहत गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर दिया. जब उनकी शिकायत पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो उन्होंने पुणे थाने जाकर शिकायत की, जिसके बाद थाना पुलिस ने आईपीसी की धाराओं तथा पॉस्को एक्ट और अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्जकर जांच एसटी/एससी सेल के पुलिस उपाधीक्षक को भेज दी है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details