राजस्थान

rajasthan

808वां अजमेर उर्स: दो साल से नहीं आ रहे पाकिस्तानी जायरीनों का इस बार भी आने की उम्मीद कम

By

Published : Jan 31, 2020, 9:32 AM IST

Updated : Jan 31, 2020, 9:58 AM IST

अजमेर में होने वाले सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 808वां उर्स इस साल अगले महीने से शुरू होगा. इसको लेकर प्रशासन की तरफ से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. वहीं, पिछले दो साल से नहीं आ रहे पाकिस्तानी जायरीनों का इस बार भी ख्वाजा के दर पर आने की उम्मीद कम नजर आ रही है.

ajmer news, rajasthan news, 808th Urs of Khwaja Garib Nawaz
ख्वाजा गरीब नवाज का 808वां उर्स

अजमेर.विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 808वां उर्स अगले महीने से शुरू होगा. देश और दुनिया से जायरीन उर्स के मौके पर अजमेर आएंगे, लेकिन बीते 2 साल से नहीं आ रहे पाकिस्तानी जायरीनों का इस बार भी आने की उम्मीद कम ही नजर आ रही है.

ख्वाजा गरीब नवाज का 808वां उर्स

दरअसल, पुलवामा हमले और कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद बीते 2 साल से भारत और पाकिस्तान के बीच के रिश्तों में कटुता आ गई है. यही वजह है कि बीते 2 साल से पाकिस्तानी जायरीन का जत्था ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स के मौके पर नहीं आ रहा है. वहीं इस बार भी पाकिस्तानी जायरीन के जत्थे के आने की उम्मीद कम ही नजर आ रही है.

पढ़ेंःविश्व विख्यात ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह से निकली तिरंगा वितरण रैली

बता दें, कि सालों से उसके मौके पर हर साल लगभग 500 जायरीनों का जत्था जियारत के लिए अजमेर आता रहा है. जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि पाकिस्तान से आने वाले जायरीनों को लेकर प्रशासन के पास कोई सूचना नहीं है.

पढ़ेंःअजमेरः ख्वाजा गरीब नवाज का 808वां उर्स, 19 या 20 फरवरी को होगी झंडे की रस्म अदाएगी

कलेक्टर ने बताया कि ख्वाजा गरीब नवाज की 808वें उर्स मेले में आने वाले जायरीन की सहूलियत के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. सभी संबंधित विभागों को 8 फरवरी तक काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि 10 फरवरी को मेले की तैयारियों को लेकर रिव्यू बैठक होगी. इस बैठक के बाद जहां तैयारियों में कमी रही है, उसको पूरा किया जाएगा.

Last Updated : Jan 31, 2020, 9:58 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details