अजमेर.चिट्टियां अब बीते जमाने की बात हो चुकी हैं. इसीलिए राजस्थान के डाक विभाग ने भी अपने आप को हाईटेक करने का इंतजाम कर लिया है. अब अजमेर के 854 लेटर बॉक्स ऑनलाइन निगरानी में रहेंगे. इसका सीधा फायदा उपभोक्ताओं को भी मिलेगा. देखिये यह खास रिपोर्ट...
लेटर बॉक्स की हो रही है ऑनलाइन निगरानी, नान्यथा एप का इस्तेमाल अजमेर क्षेत्र के पोस्ट मास्टर जनरल राजस्थान दक्षिण कर्नल सुशील कुमार ने बताया की डाक विभाग ने उपभोक्ताओं की समस्याओं को दूर करने के लिए लेटर बॉक्स की ऑनलाइन निगरानी का काम शुरू कर दिया है.
अजमेर और उदयपुर शहरों के लेटर बॉक्स को किया चिन्हित बढ़ेगी डाक पर विश्वसनीयता
इससे उपभोक्ताओं के पत्र तय समय पर गंतव्य पहुंचाने की जिम्मेदारी तय की जाएगी और कहां कमी है इसे तुरंत पकड़ लिया जाएगा. क्योंकि अब लेटर बॉक्स से डाक की निकासी पर एंड्रॉयड आधारित एप्स से निगरानी की जा रही है.
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इस तरह काम करेगा सिस्टम
लेटर बॉक्स पर बारकोड लगाकर बॉक्स की लोकेशन को जीपीएस से फिक्स किया गया है. लगभग 1100 लेटर बॉक्स में से 854 लेटर बॉक्स की निकासी पर ऐप के जरिए निगरानी की जा रही है. इनमें से किसी बॉक्स का डाटा एमआईएस पर अपडेट नहीं होता है तो उच्च स्तर पर उसकी समीक्षा की जा सकेगी.
आंध्रप्रदेश परिमंडल का नान्यथा एप करेगा काम
डाक विभाग के आंध्रप्रदेश परिमंडल की ओर से विकसित किए गए नान्यथा ऐप से पहले केवल अजमेर और उदयपुर शहर के लेटर बॉक्स को ही चिन्हित किया गया था. अब राजस्थान दक्षिण क्षेत्र अजमेर में स्थित सभी विभाग के लेटर बॉक्स इसकी जद में हैं.
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ऐसे में उपभोक्ताओं की विश्वसनीयता डाक विभाग के प्रति बढ़ने की उम्मीद की जा रही है. इसके सकारात्मक नतीजे हासिल होने पर इस प्रक्रिया को बड़े स्तर पर लागू किया जाएगा.