अजमेर. ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की बारगाह में बुलंद दरवाजे के समीप बनी छोटी और बड़ी देग का आय के लिहाजा से ठेका छोड़ा जाता है. जहां इस बार 808वें उर्स के दौरान 25 दिन के लिए 2 करोड़ 94 लाख रुपए में ठेका छोड़ा गया है. जिसके तहत इसी साल देग बुक करवाई जा सकेगी.
बता दें कि सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में उर्स के दौरान देग पकवाने के लिए पहले तो 10 सालों तक इंतजार करना पड़ता था. उर्स की देग अब इसी साल से ही बुक करवाई जा सकेगी, जहां देग जिस साल पकवानी है. दरगाह कमेटी ने उर्स के दौरान देग पकवाने की बुकिंग के नियमों में अब काफी बदलाव कर दिया है. जहां 2021 के उर्स के लिए अप्रेल में ही बुकिंग प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में मुरीद अपनी मन्नत पूरी करने के लिए दरगाह में रखी बड़ी देग और छोटी देग पकवाते हैं. जहां 10 दिन चलने वाले उर्स के दौरान केवल छोटी देग ही रात के समय पकवाई जाती है.
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पहले उर्स की देग पकवाने के लिए अगले 10 साल तक की बुकिंग करवाई जाने की व्यवस्था चलन में होने से साल 2011 में ही 2020 तक के उर्स की देग बुक हो चुकी थी. जिससे कई इच्छुक जायरीन कतार में ही रह गए. इसे देखते हुए दरगाह कमेटी ने अब हर साल देखकर बुकिंग किए जाने का निर्णय लिया है.