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कोरोना अलर्ट! अजमेर में अब लिसा मॉडल को अनुसार होगा काम - लाइफ सेविंग मॉडल

अजमेर जिले में लिसा मॉडल को अपनाने का निर्णय लिया गया है. साथ ही सभी अधिकारियों को संवेदनशीलता के साथ कार्य करने के लिए कहा गया है. ऐसे में जानिए क्या है लिसा मॉडल

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लिसा मॉडल अपनाते हुए होगा अब काम

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Published : May 1, 2020, 10:30 AM IST

अजमेर. जिले के प्रभारी सचिव भवानी सिंह देथा की अध्यक्षता में कोरोना वायरस से निपटने के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई. इसमें (मिशन लाइफ सेविंग) लिसा मॉडल को अपनाते हुए अधिकतम सैंपल लेने के दिशा निर्देश दिए गए.

बैठक में जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप और सभी अधिकारियों को संवेदनशीलता के साथ कार्य करने के लिए कहा गया. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अधिकतम व्यक्तियों के सैंपल लेने की और मेडिकल दल द्वारा घर-घर जाकर सर्वे करने की पर्याप्त मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए.

लिसा मॉडल अपनाते हुए होगा अब काम

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क्या कहता है लाइफ सेविंग मॉडल

क्वॉरेंटाइन सेंटरों की व्यवस्था सुचारू होने चाहिए. इस संबंध में किसी प्रकार की कमी नहीं हो. वहीं सेंटर में नकारात्मक व्यवहार करने वाले व्यक्तियों की आवश्यकता होने पर उन्हें काउंसलिंग करने की व्यवस्था की जाए.

गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों पर होगा फोकस

मिशन लाइफ सेविंग मॉडल के अनुसार 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को जिन्हें कोई गंभीर बीमारी है. इसके साथ ही गर्भवती महिलाएं 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को हाई रिस्क ग्रुप में मानते हुए इन पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए.

प्रभारी सचिव देथा ने ली बैठक

इसके साथ ही हाई रिस्क ग्रुप के व्यक्तियों की पहचान महात्मा गांधी आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थी एनसीडी डाटा वृद्धावस्था पेंशन मतदाता सूची सरकारी पेंशन से की जा सकती है. वहीं कोरोना वायरस के साथ-साथ सामान्य बीमारियों पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए.

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सामान्य बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति को किसी प्रकार की परेशानी ना हो, उन्हें आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं और औषधियां उपलब्ध होनी चाहिए. इसके साथ ही लॉकडाउन क्षेत्रों में डिस्पेंसरी बैक क्लीनिक खुले होने से स्थानीय व्यक्तियों को लाभ प्राप्त होगा.

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