अजमेर. राजस्थान के अजमेर से एक होश उड़ा देने वाली कहानी सामने आई है, जहां एक DON ने अपने ही गुर्गे के कत्ल की सुपारी दे डाली. दोस्ती, दगा और रंजिश की इस कहानी का अंत गुर्गे के कत्ल से ही हुआ. इस वारदात में जिसका कत्ल हुआ, उसने भी अपनी मंगेतर के भाई का कुछ वर्षों पहले उसी तरीके से कत्ल किया था, जैसा उसके साथ हुआ. दोनों ही वारदात में कत्ल के बाद लाश को जमीन में गाड़ दिया गया.
अजमेर में नितेश नैन हत्याकांड की तफ्तीश में हुए खुलासे से (Police Busted Nitesh Murder Case) वारदात की परत दर परत खुल गई और सामने आ गई है. कत्ल की वो कहानी जिसमें दोस्ती, दगा, रंजिश और हत्या की दास्तां है. अजमेर के धोलाभाटा निवासी नितेश नैन का कत्ल यूपी के फिरोजाबाद में सुपारी किलर कल्लू, आमिर और इमरान ने किया था. नितेश नैन के ही दोस्त अजमेर के कुंदन नगर निवासी मनोज यादव ने उसके कत्ल की सुपारी ली थी. यह सुपारी कुख्यात गैंगस्टर हरि लंगड़ा ने दी थी.
दरअसल, नितेश नैन गैंगस्टर हरि लंगड़ा का ही गुर्गा था. इस दौरान उसकी नजदीकियां हरि लंगड़ा की पत्नी से इतनी बढ़ गई कि वह उसे लेकर भाग गया. इससे बौखलाए हरि लंगड़ा और उसके गुर्गों ने नितेश नैन के रिश्तेदार के रामगंज स्थित घर पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. लेकिन यहां भी बदले की आग में जल रहे हरि लंगड़ा का फितूर कम नहीं हुआ. हरि लंगड़ा ने नितेश नैन के दोस्त मनोज यादव से सांठगांठ कर उसे नितेश नैन की सुपारी दे डाली. नितेश के कत्ल का सौदा (Gangster Hari Langda Did Murder Deal of Nitesh) 20 लाख रुपए में हुआ.
इधर हरि लंगड़ा के डर से फरार नितेश ने गैंगस्टर हरि लंगड़ा की पत्नी को अजमेर छोड़ दिया और खुद एमपी में भिंड चला गया. इस दौरान नितेश नैन अपने दोस्त मनोज यादव से हथियार लेने के लिए संपर्क में था, ताकि वह गैंगस्टर हरि लंगड़ा का कत्ल कर सके. लेकिन उसे क्या पता था कि जिस दोस्त पर वह भरोसा कर रहा है (Ajmer Nitesh Nain Murdered in Uttar Pradesh) वह उसकी जान का सौदा उसके ही दुश्मन के साथ कर चुका है. नितेश के परिजनों ने नितेश के अपहरण औऱ हत्या के शक में अलवर गेट थाने में मनोज यादव और गैंगस्टर हरि लंगड़ा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया. लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी.
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मनोज यादव ने हरि लंगड़ा से कत्ल की सुपारी लेकर नितेश की हत्या की सुपारी यूपी के फिरोजाबाद निवासी कल्लू, आमिर और इमरान को दे दी. हथियार सप्लायर्स से मिलवाने के लिए मनोज यादव ने नितेश नैन को जयपुर बुलवा लिया, जहां पहले से ही कल्लू और इमरान मौजूद थे. आगरा और फिरोजाबाद में हथियार मिलने का बहाना कर कल्लू और इमरान उसे फिरोजाबाद ले गए, जहां रात्रि में कल्लू, आमिर, इमरान और नितेश नैन ने साथ मिलकर खाना खाया. खाना खाने के आधे घंटे बाद नितेश नैन को उल्टियां होने लगीं. तब इमरान ने भारी भरकम रॉड से नितेश के सर के पिछले हिस्से पर वार कर दिया. कत्ल के बाद तीनों रातभर लाश को ठिकाने की योजना बनाते रहे. जब कोई मौका उन्हें नहीं मिला तो तीनों ने मिलकर नितेश नैन की लाश को कल्लू के घर के तहखाने में दफन कर दिया.
कल्लू और मनोज यादव ने की थी अजमेर में साथ में लूट की वारदात : अजमेर के मनोज यादव ने फिरोजाबाद निवासी कल्लू के साथ मिलकर कोटडा स्थित एक फ्लैट में एक वृद्ध महिला को बंधक बनाकर लूट की वारदात की थी. इस मामले में दोनों पूर्व में पकड़े भी गए थे.