अजमेर. नगर निगम और अक्षय पात्र के सहयोग से 60 वार्डों में गरीब तबके के लोगों को लॉकडाउन के दौरान फूड पैकेट बांटे जा रहे थे, लेकिन प्रशासन ने अब इस पर रोक लगा दी है. जिसको लेकर पार्षदों का गुस्सा फूट पड़ा. सभी वार्डों के पार्षद जिला मुख्यालय के बाहर लामबद्ध हो गए हैं. इस दौरान पुलिस ने नगर निगम मेयर सहित सभी पार्षदों को हिरासत में लिया है.
अजमेर में प्रशासन ने बीएलओ से पार्षदों का सर्वे करवाया था. इसके बाद सरकार के निर्देश पर 6 हजार कच्ची खाद्य सामग्री सर्वे के आधार पर गरीब तबके के लोगों को वितरित कर दी गई. इसके बाद प्रशासन ने अक्षय पात्र के सहयोग से नगर निगम के भागों में गरीब तबके के लोगों को बांट जा रहे फूड पैकेट पर रोक लगा दी, इससे पार्षदों में गुस्सा फूट पड़ा.
पुलिस हिरासत में मेयर धर्मेन्द्र गहलोत, पूर्व विधायक राजकुमार जयपाल सहित सभी पार्षद जिला मुख्यालय पर कांग्रेस और बीजेपी पार्षद अक्षय पात्र से फूड पैकेट की व्यवस्था जारी रखने की प्रशासन से मांग करने के लिए लामबद्ध हो गए. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी समझाइश की. मौके पर पहुंचे एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने नगर निगम मेयर सहित सभी पार्षदों को धारा 144 का उल्लंघन करने और लॉकडाउन के निर्देशों की पालना नहीं करने पर हिरासत में लेने के लिए कहा.
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कुंवर राष्ट्रदीप ने कहा कि लॉकडाउन को लेकर सरकार के दिशा-निर्देशों और धारा 144 के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. चाहे फिर जनप्रतिनिधि ही क्यों ना हो. उन्होंने बताया कि फिलहाल नगर निगम मेयर और पार्षदों को हिरासत में लिया गया है. मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि पूर्व विधायक राजकुमार जयपाल, नगर निगम मेयर धर्मेंद्र गहलोत सहित सभी पार्षदों को एक ही पुलिस बस में सिविल लाइंस थाने ले जाया गया है.