अजमेर. पुष्कर रोड स्थित लेकफ्रंट ओल्ड विश्राम स्थली स्थानीय लोगों के साथ देशी एवं विदेश पयर्टकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनने जा रहा है. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स के तहत 5.46 करोड़ की लागत से यहां पर सौन्दर्यीकरण किया गया है. लेकफ्रंट पर विभिन्न किस्मों के 1500 पौधे लगाए गए हैं. 1900 वर्ग मीटर क्षेत्र में लॉन बनकर तैयार हो गया है. 350 मीटर में हैज एवं 370 मीटर में बेलदार पौधे लगाए गए हैं. लेकफ्रंट पर चारों ओर हरियाली होने से इसकी सुन्दरता देखते ही बन रही है. विश्राम स्थली में कर्यरत अफसरों की माने तो इस माह के अंत तक यह पर्यटकों के लिए खोल दिए जाएंगे.
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हॉर्टिकल्चर गार्डन तैयार किया गया
पुरानी विश्राम स्थली पर हॉर्टिकल्चर गार्डन तैयार किया गया है. पर्यावरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यहां पर विभिन्न किस्म के पौधे एवं पेड़ लगाए गए हैं. इसी कड़ी में फूलों और अन्य पौधों को सजावट के लिए जड़ वाले पत्तेदार व फलदार पौधे अन्य रंगों के पौधे, श्रंगार सामग्रियों के लिए उगाए गए हैं.
गार्डन में 1500 पेड़-पौधे लगाए गए यहां पर 1600 विभिन्न किस्मों के पेड़ लगाए जाने हैं जबकि वर्तमान में 1500 विभिन्न् किस्मों के पेड़ लग चुके हैं. 1900 वर्ग मीटर में लॉन बनकर तैयार हो गया है. 350 मीटर में हैज और 370 मीटर में बेलदार पौधे लगाए जा चुके हैं. आनासागर के किनारे लेकफ्रंट पर चारों ओर की जा रही हरियाली स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने लगी है. ऐतिहासिक तीर्थ नगरी अजमेर में पर्यटन स्थली बनने जा रही लेकफ्रंट ओल्ड विश्राम स्थली निश्चय ही आकर्षण का केंद्र रहेगी.
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एक किलोमीटर तक हरियाली ही हरियाली
लेकफ्रंट ओल्ड विश्राम स्थली का नजारा देखते ही बन रहा है. यहां पर चारों ओर हरियाली नजर आने लगी है. झील में प्रवासी पक्षियों का भी डेरा रहता है. पक्षियों के चहचहाहट के साथ यहां पर घूमने आने वालों को शांत वातावरण मिलेगा एवं वे स्वयं को प्रकृति के करीब पाएंगे. जॉगिंग ट्रैक और पाथ-वे के साथ योगा सेन्टर, एक्टिविटी पार्क और बर्ड हेबिलिटेशन जोन बनाया गया है. लेकफ्रंट पर वॉक वे, म्यूजिकल फाउंटेन, फूड कोर्ट बनाए गए हैं. यहां आने वाले लोगों एवं पर्यटकों के बैठने की भी व्यवस्था है.
कैफेटेरिया की भी सुविधा
लेकफ्रंट पर कैफेटेरिया की सुविधा प्रदान की गई है. छह दुकानें भी बनाई गई हैं. यहां भ्रमण पर आने वाले लोग एवं पयर्टकों के बैठने के लिए छोटे-छोटे गजीबों बनाए गए हैं. पैदल घूमने वालों के लिए पाथ-वे भी बनकर तैयार है. आनासागर झील के चारों और चहुंमुखी विकास कार्य किए जा रहे हैं. लेकफ्रंट के दोनों मुख्यद्वार बनकर तैयार हो गए हैं. जिला कलेक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड अजमेर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री प्रकाश राजपुरोहित व नगर निगम आयुक्त एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड अजमेर के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. खुशाल यादव के निर्देशन में 5.46 करोड़ रुपए की लागत से आनासागर लेक फ्रंट डेवलपमेंट और बर्ड पार्क का निर्माण किया गया है. झील के चारों तरफ चौपाटी निर्माण से पर्यटन का विकास होगा.
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पयर्टन को मिलेगा बढ़ावा
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किए जा रहे कार्यों से पयर्टन को बढ़ावा मिलेगा. लेकफ्रंट पर सेल्फी प्वाइंट बनकर तैयार हो गया है. गार्डन में आने वाले स्थानीय लोगों के साथ पयर्टकों के लिए सेल्फी प्वाइंट आकर्षण का केंद्र होगा.