अजमेर.जिले के निकट हाथी खेड़ा ग्राम पंचायत में स्थित प्राचीन कोटेश्वर महादेव के मंदिर में हर्षोल्लास के साथ महाशिवरात्रि का पर्व मनाया गया. यह शिवालय चौहान वंश के समय से है. आसपास के दर्जनों गांव से बड़ी संख्या में ग्रामीण और शहर से हजारों लोगों ने महाशिवरात्रि के पर्व पर मंदिर में विराजे महादेव का जल, दूध एवं सुगंधित द्रव्य से अभिषेक किया. प्राचीन कोटेश्वर महादेव का मंदिर अजमेर में शिव भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है. बताया जाता है कि यह शिवालय अजमेर के संस्थापक राजा अजय पाल के समय से है. एक चट्टान के नीचे शिवलिंग है. समय-समय पर भक्तों की ओर से मंदिर का निर्माण और विस्तार किया गया. महाशिवरात्रि के पर्व पर प्राचीन कोटेश्वर महादेव का मेला लगता है. सुबह 4 बजे से ही मंदिर में भक्तों का आना शुरू हो गया, जो देर शाम तक जारी रहा.
मंदिर में भक्तों की कतारें दिनभर लगी रही. आसपास के दर्जनों गांव से बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने महाशिवरात्रि के पर्व पर भगवान कोटेश्वर महादेव का दूध और जल से अभिषेक किया. वहीं, शहर के निकट होने से शहर की लोग भी बड़ी संख्या में महादेव के दर्शनों के लिए आते रहे. कई शिव भक्तों ने इस अवसर पर भंडारे एवं ठंडाई वितरण का आयोजन किया. मंदिर के महंत पंडित विनोद शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि के पर्व पर चार पहर की पूजा की जाती है. चौथे पहर की पूजा देर शाम को होगी. उन्होंने बताया कि प्राचीन कोटेश्वर महादेव से लोगों की गहरी आस्था जुड़ी हुई है. बड़ी संख्या में लोगों का यहां आना जाना लगा हुआ है.