अजमेर. जिले में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. 24 घंटे में 20 से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण का शिकार हो चुके हैं. ऐसे में कई सामाजिक कार्यकर्ता फिर से लोगों की मदद के लिए सक्रिय हो गए हैं. कोरोना को मात देने और लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेद काढ़े का वितरण करना फिर शुरू हो गया है.
अजमेर में शुरू हुआ काढ़ा वितरण कांग्रेस मानवाधिकार परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ कई सामाजिक संगठन से जुड़े लोगों ने शहर के बीच हाथी भाटा पावर हाउस के पास हर आने-जाने वाले लोगों को काढ़ा वितरित किया. लोगों का मानना है कि काढ़े में व्याप्त आयुर्वेद औषधियां लोगों के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएंगी. कांग्रेस मानवाधिकार परीषद के पदाधिकारी शैलेश गुप्ता ने बताया कि 6 जगहों पर पूर्व में भी काढ़ा वितरित किया जा चुका है. शुक्रवार को करीब 350 लोगों को काढ़ा वितरित किया गया है.
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गुप्ता ने बताया कि काढ़े के साथ उन लोगों को मास्क भी दिए जा रहे हैं, जो बिना मास्क के घूम रहे हैं. समाजसेवी मनीष गुप्ता ने बताया कि अजमेर में कोरोना महामारी का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में आयुर्वेद काढ़े का वितरण कर लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. जिससे कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लोगों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाए.
क्यों पीना चाहिए काढ़ा
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए देश में कोरोना काल के शुरुआती दौर में ही आयुष मंत्रालय की ओर से सभी को काढ़ा पीने की सलाह दी गई थी. क्योंकि काढ़ा शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. जिससे हमारे शरीर को कोरोना से लड़ने में आसानी होगी. आमतौर पर हमारे घरों में तुलसी और अदरक काढ़ा बनाकर पिया जाता है. जहां एक ओर तुलसी शरीर में कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने का कार्य करती है. वहीं दूसरी ओर अदरक का काढ़ा पीने से बल्ड प्रेशर जैसी समस्याएं नहीं होती. साथ ही खांसी, बुखार और गले में खराश जैसी समस्याओं से भी निजात मिलती है.