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अजमेर : जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में 16 फ्रिज किये भेंट - अजमेर नवरात्रि खबर

जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के हड्डी रोग विभाग के न्यू आईसीयू में प्रत्येक बेड के पास जय अंबे नवयुवक सेवा ट्रस्ट अंबे माता मंदिर बजरंगढ़ की ओर से मरीजों की दवाइयां रखने के लिए 16 फ्रिज भेंट किए गए हैं. इस मौके पर मंदिर कमेटी के सचिव संदीप गौड़ समेत कई लोग मौजूद रहे.

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Published : Oct 6, 2019, 10:17 PM IST

अजमेर. जय अंबे नवयुवक सेवा ट्रस्ट अंबे माता मंदिर बजरंगढ़ की ओर से जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के हड्डी रोग विभाग के न्यू आईसीयू में प्रत्येक बेड के पास मरीजों की दवाइयों को रखने के लिए 16 फ्रिज भेंट किए गए है. जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा और पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिल जैन और हृदय रोग विभाग के डॉक्टर आरके गोखरू को फ्रीज भेंट किए गए.

जय अंबे सेवा समिति के ओर से मरीजों के लिए फ्रिज वितरण किया गया.

मंदिर कमेटी के अध्यक्ष राजेश टंडन ने बताया कि फ्रिज वितरण के बाद मरीजों को फल वितरित किए गए. जिसमें मंदिर कमेटी के सचिव संदीप गौड़, उपाध्यक्ष करण सिंह, प्रवक्ता सुनील पारीक, मैनेजर विजय शर्मा, अमित चौहान, अरुण जैन, राजेश् ऐरी, डालचंद, अंकुर गोयल मौजूद रहे.

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राजेश टंडन ने जानकारी देते हुए बताया कि हृदय रोग विभाग में कुछ वेंटिलेटर भी बंद पड़े है. उनको भी समिति के ओर से ठीक करवाया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि हृदय रोग विभाग के सुप्रिडेंट उन वेंटिलेटर को जहां से भी ठीक करवाने चाहते हैं, वह करवा सकते हैं. उनका बिल का भुगतान समिति के ओर से कर दिया जाएगा. इन्हीं सब बातों के साथ उन्होंने कहा कि समय-समय पर जय अंबे सेवा समिति जेएलएन अस्पताल में काम आती रहेगी.

अजमेर में अष्टमी के दिन हुआ कन्या भोज का आयोजन

शारदीय नवरात्र के मौके पर रविवार को अष्टमी के दिन जगह-जगह कन्या भोज का आयोजन किया गया और कन्या भोज के साथ में कन्याओं की पूजा-अर्चना कर उन्हें भोज कराया गया. बता दें कि हिंदू संस्कृति के अनुसार कन्याओं को शुभ माना गया है इसी के चलते महा अष्टमी के दिन कन्याओं को भोजन कराया जाता है. उससे पहले कन्याओं के पैरों को धोकर साफ किया जाता है. कन्याओं को भोज कराने के बाद उनको तिलक लगाकर प्रसाद और उपहार दिया जाता है.

अष्टमी में कन्या भोज का आयोजन

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मां अंबे की नौ रूपों के अनुसार ही नौ कन्याओं को भोज कराना बेहद शुभ माना जाता है. नवरात्रा में अष्टमी और नवमीं दो दिन कन्याओ की पूजा अर्चना कर उनको भोज कराने का प्रावधान है जहां सभी अपने तरीके से कन्या भोज कराते है. बता दें कि कन्याओं को मां अम्बे का रूप माना गया है इसी के चलते कन्याओं को सर्वप्रथम और सर्वश्रेष्ट रखा गया.

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