अजमेर.शादी की रस्मे बहुत ही सादगी से निभाई गईं. वर वधु के साथ दोनों परिवार शादी से खुश नजर आए और शादी में बचे पैसे का कुछ हिस्सा मानव कल्याण की सेवा में उपयोग करने की भी मंशा भी रख रहे हैं. दीपक और हिना की सादगी भरी शादी में कवरेज के दौरान एक महत्वपूर्ण बात सामने आई कि काफी पैसा खर्च करने के बाद भी लोगों को शादियां में कुछ न कुछ कमी खल ही जाती थी. फिर भी वह खुशी नहीं मिलती थी, जो सादगी पूर्ण शादी में वर वधु में देखी गई.
लॉकडाउन में शादी के भारी खर्च से मिली मुक्ति वर वधु को विवाह बंधन में बंधने और दोनों परिवारों को नई रिश्तेदारी की खुशियां पहले जैसे ही मिल रही हैं. हां शादी में दिखावे के नाम पर होने वाले भारी खर्च पर अंकुश लग गया है. कोरोना संक्रमण काल में हो रही सादगी पूर्ण शादियां समाज में बदलाव की पहल कहा जा सकता है. लोगों को सादगी पूर्ण शादियां ज्यादा रास आ रही है.
शादी में ना कोई बैंड ना कोई बाजा ना घोड़ी ना बारात और ना ही लंबी मेहमानों की फौज है. भजन गंज में हुई सादगीपूर्ण शादी में वर वधु के अलावा दोनों और से 7-7 व्यक्ति शामिल हुए. इस दौरान भी पूरी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया. शादी में शामिल सभी लोगों ने मास्क पहन रखे थे. खास बात यह है कि शादी में शामिल सभी लोगों को मास्क और सेनेटाइजर भी दिए गए.
यह भी पढ़ेंःअनूठी पहल: समाज की खातिर मास्क बना रहीं सास-बहू, लोगों में कर रहीं वितरित
ईटीवी भारत से बातचीत में दूल्हा दीपक ने बताया कि पुराना महामारी के चलते लॉकडाउन में जिस तरह की व्यवस्थाएं हैं, उन्हीं का पालन करते हुए विवाह की रस्में सादगी पूर्ण निभाई गई हैं. उन्होंने बताया कि सादगी से हो रहे विवाह से सभी बहुत खुश हैं. हालांकि मन में थोड़ी ठीस है कि दोस्त और अन्य रिश्तेदार शादी में शामिल नहीं हो पाए. दुल्हन बनी हिना ने बताया कि शादी में सोशल डिस्टेंसिंग की पूरी पालना की गई है. वहीं दूल्हे दीपक के चाचा जगदीश विजयवर्गीय ने बताया कि शादी में शामिल सभी लोगों को मास्क उपहार के रूप में दिए गए हैं. शादी पूरी तरह से सादगी पूर्ण हो रही है. उन्होंने बताया कि सादगी से हो रही शादी से दोनों ही परिवार के लोग भी खुश हैं और जो पैसा शादी के खर्च का हिस्सा मानव कल्याण के लिए सामाजिक संस्था को दान करेंगे.