अजमेर.राजस्थान के उपमुख्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने मोदी सरकार के 100 दिन के कार्यकाल पर तंज कसते हुए कहा कि देश में ऐतिहासिक आर्थिक मंदी आई है. विकास दर 5 फ़ीसदी तक फिसल गई है. पायलट ने कहा कि देश में सबसे बड़ा मुद्दा फिलहाल बेरोजगारी का है. बेहतर होता कि मोदी सरकार सारा काम छोड़कर युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की कोई नीति बनाती. उन्होंने कहा कि जज्बाती मुद्दों को हवा देकर वोट बटोरने का समय अब निकल चुका है.
सचिन पायलट ने कहा कि मोदी सरकार के 100 दिन के कार्यकाल के निकल गए हैं और सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से एक लाख 70 हजार करोड़ रुपए लिये हैं. लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि सरकार इस मुश्किल हालात में देश को कैसे निकालेगी. बावजूद इसके भाजपा के मंत्री सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं जबकि देश में ऐतिहासिक मंदी है. रोजगार खत्म हो रहे हैं, हर तरफ कारखाने बंद हो रहे हैं, महंगाई बढ़ रही है, इन मुश्किलों से निकलने के लिए सरकार ने कोई इंतजाम नहीं किए हैं.
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आर्थिक विकास को प्राथमिकता बनाना केंद्र सरकार की ही जिम्मेदारी
पायलट ने कहा कि मोदी सरकार के बनने के बाद देश और प्रदेश में नकारात्मक माहौल बना है. यह बड़ी चुनौती देश के सामने हैं. भावनात्मक मुद्दों को हवा देने की बजाय केंद्र सरकार सबको साथ लेकर काम करें. अच्छे और जानकार लोगों से संवाद स्थापित करें. ताकि देश आर्थिक चुनौतियों का सामना कर सके. पायलट ने कहा कि करोड़ों रुपए उपलब्धियां गिनाने के लिए मीडिया पर खर्च किए जा रहे हैं लेकिन देश के आर्थिक विकास को प्राथमिकता बनाना केंद्र सरकार की ही जिम्मेदारी है.
केंद्र से विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत आने वाले पैसे का प्रदेश में सदुपयोग नहीं किये जाने के भाजपा नेताओं के आरोप का भी पायलट ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्रीय वित्त आयोग को स्पष्ट कहा है कि हक का पूरा पैसा मिलना चाहिए. सबसे बड़े क्षेत्रफल के हिसाब से जनता की मूलभूत सुविधाओं के लिए काफी पैसा खर्च करना पड़ता है. राजस्थान को जितना पैसा केंद्र से पहले मिलता था आज उतना पैसा भी नहीं मिल रहा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आंकड़ों के जाल में फंसाकर प्रदेश को कम पैसा देना यह स्वीकार्य नहीं होगा.