अजमेर. अजमेर नगर निगम की साधारण सभा में प्रस्तावित एजेंडे को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. जून 2018 से एडवाइजरी कमेटी को नजरअंदाज करने पर स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड के अफसरों की साधारण सभा की बैठक में जमकर खिंचाई की गई.
अजमेर नगर निगम की साधारण सभा की बैठक नगर निगम की साधारण सभा की बैठक में अनुकंपा नियुक्ति, 180 सफाईकर्मियों की अटकी नियुक्ति, स्मार्ट सिटी और सीवरेज के प्रस्ताव पर सदन में चर्चा हुई. अनुकंपा नियुक्ति के मामले में सदन में चर्चा के बाद प्रस्ताव को पारित करवा लिया गया. इसके तहत नगर निगम में कार्यरत कर्मचारी की मृत्यु होने पर मृतक आश्रित को योग्यता अनुसार नौकरी देने के प्रस्ताव पर सभी सदस्यों ने सहमति जता दी है.
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इसके अलावा 180 सफाईकर्मियों की नियुक्ति के अटके हुए मामले पर चर्चा के बाद सदन ने राज्य सरकार को अनुशंसा भेजने का निर्णय लिया है. स्मार्ट सिटी के प्रस्ताव पर चर्चा होने के साथ ही सदन में माहौल गर्म हो गया. पार्षदों ने स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों की एडवाइजरी कमेटी को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया.
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पार्षदों का कहना है, कि स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड की बैठक में एडवाइजरी कमेटी में शामिल जनप्रतिनिधियों को बैठक में नहीं बुलाया जाता है. स्मार्ट सिटी के तहत बन रहे एलिवेटेड ब्रिज पर भी प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए. बीजेपी पार्षदों ने सदन में कहा, कि स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड ने भारतीय पुरातत्व विभाग से एलिवेटेड ब्रिज के लिए एनओसी नहीं ली है, जो गंभीर मामला है.
काफी गहमागहमी के बाद सदन ने स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड की ओर से जनप्रतिनिधियों को नजरअंदाज करने पर शिकायत सरकार को भेजने का निर्णय लिया है. इसके अलावा स्मार्ट सिटी के प्रस्ताव पर पार्षदों ने शहर में पार्किग को लेकर अपने सुझाव रखे.
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साधारण सभा के बाद बातचीत में मेयर धर्मेंद्र गहलोत ने बताया, कि शहर में 3 स्थानों पर पार्किंग बनाए जाने को लेकर सहमति बनी है. लेकिन स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड के अधिकारी पार्किंग के प्रस्ताव और डिजाइन को पहले नगर निगम को बताएंगे, इसके बाद ही प्रस्ताव पर सहमति जताई जाएगी.