अजमेर. विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज के 810वें उर्स (810th Urs of Khwaja Moinuddin Hasan Chishti) के मौके पर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ओर से रविवार को चादर पेश की गई. राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी अजय माकन और सीएम अशोक गहलोत (Gehlot and Maken presented Chadar at Ajmer Sharif Dargah) चादर और संदेश लेकर खुद अजमेर दरगाह पंहुचे. दरगाह के निजाम गेट पर अंजुमन कमेटी और दरगाह कमेटी के अलावा स्थानीय कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया.
विश्व में साम्प्रदायिक सद्भाव की मिसाल ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में सालाना उर्स मनाया जा रहा है. 810 वें उर्स के मौके पर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से चादर पेश की गई. दिल्ली से चादर लेकर कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अजय माकन जयपुर पंहुचे. यहां से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ माकन, अजमेर दरगाह पहुंचे. इस बीच किशनगढ़बास में विधायक सुरेश टांक के नेतृत्व कार्यकर्ताओं ने माकन और सीएम गहलोत का स्वागत किया.
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दरगाह पहुंचने के बाद पुलिस के सुरक्षा घेरे में गहलोत और माकन आस्ताने पंहुचे. जहां खादिम गनी गुर्देजी ने दोनों को जियारत करवाई. वहीं गहलोत और माकन ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से मजार पर चादर पेश की. बाद में अंजुमन कमेटी और दरगाह कमेटी की ओर से दस्तारबंदी कर सीएम गहलोत और कांग्रेस प्रभारी अजय माकन को तबर्रुक भेंट किया गया. दरगाह के बुलंद दरवाजे पर कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी का संदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी ने पढ़कर सुनाया.
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मीडिया कर्मियों की बाड़ेबंदी...
सोनिया गांधी की चादर पेश होने से पहले पुलिस भी अलर्ट हो गई और आम जायरीनों के निजाम गेट से आवागमन कुछ देर के लिए रोक दिया गया है. इतना ही नहीं भीड़भाड़ को देखते हुए मीडियाकर्मियों को भी एक जगह पर रोक कर खड़ा कर दिया गया. बावजूद इसके बदइंतजामी नहीं रुकी. हालात यह हुए कि बुलंद दरवाजे के पास कुछ सेकेंड के लिए गहलोत और माकन चादर के साथ दिखे. बाद में महफिल खाने से पहले छोटी देग के पास आते-आते दोनों नेताओं को चादर से दूर होना पड़ गया.
सोनिया गांधी की ओर से गहलोत और माकन ने अजमेर शरीफ दरगाह पर पेश की चादर... सोनिया गांधी ने यह दिया संदेश...
कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने संदेश में कहा कि इंतेहाई अकीदत व एहतराम के साथ में ख्वाजा गरीब नवाज मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 810वें उर्स मुबारक के मौके पर अपनी और पूरी कांग्रेस पार्टी की जानिब से ख्वाजा की बारगाह में चादर रवाना करते हुए खुद को बेहद खुशकिस्मत पा रही हूं. ख्याल रहे कि परखुलूस जज्बात और अकीदत के साथ सुल्तान उल हिंद के आस्ताना मुबारक पर चादर चढ़ाई जाती है. चादर चढ़ाने का यह हसीन मौका हमारे वतन की गंगा जमुनी तहजीब, कौमी एकता, आपसी भाईचारा, प्यार और मोहब्बत अदब एवं रवादारी की अलामत है. इसे पूरी दुनिया को यह पैगाम जाता है कि हिंदुस्तान में कौमी ईत्तेहाद और भाईचारे की जड़ें इंतेहाई गहरी हैं.
यह रिवायत हमारे मुल्क का कीमती सरमाया है, जिसकी हिफाजत करना हम सबका फर्ज है. यकीनन मुल्क आज एक मुश्किल दौर से गुजर रहा है. कोरोना जैसी वबा (बीमारी) आलमी पैमाने पर इंसानियत को इबरत- अंगेज हालात से दो-चार कर रखा है. आइए हमसब मिलकर ख्वाजा की बारगाह में हाथ उठाकर दुआ करें कि मुल्क के अंदर अमन-शांति, प्यार-मोहब्बत, जम्हूरियत और सदियों पुरानी गंगा-जमुनी तहजीब हमेशा बरकरार और कायम रहे. हम दुआ करें कि अमन के दुश्मनों की तमाम साजिश नाकाम हो. मुझे पूरा भरोसा है कि दुआ के लिए उठे हाथ खुदा की जात से कुबूलियत जरूर हासिल करेंगे. हजरत खाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 810वें उर्स के मौके पर दुनिया भर से जियारत के लिए आने वाले सभी जायरीन को मैं तहेदिल से मुबारकबाद पेश करती हूं.