अजमेर. जिले में कोरोना वायरस से निपटने के लिए सीएम अशोक गहलोत ने सहयोग की अपील करने के बाद जिले की आठ विधानसभा के 4 विधायकों ने सहायता राशि दी है. वहीं, राज्यसभा सदस्य भूपेंद्र यादव और सांसद भागीरथ चौधरी ने भी सहयोग किया है. जबकि शेष 4 विधायकों पर सीएम की अपील का कोई असर नहीं पड़ा है. खास बात ये है कि इन चार विधायकों में दो कांग्रेस, एक निर्दलीय और भाजपा का विधायक है.
कोरोना वायरस महामारी की वजह से हुए लॉकडाउन के चलते लोग घरों में रहने को मजबूर है. वहीं, विपत्ति की इस घड़ी में कई संस्थाओं से जुड़े लोग गरीब बेसहारा लोगों को भोजन उपलब्ध करवा रहे हैं. वहीं, कई भामाशाहों ने सीएम सहायता कोष में राशि जमा करवाई है. इस क्रम में अजमेर जिले के आठों विधायकों ने अपने विधायक कोष से एक एक लाख रुपये अपने क्षेत्र में मास्क और सैनिटाइजर के लिए दिए है.
जिले में चार विधायकों ने नहीं दी सहयोग राशि वहीं, जिले के 5 विधायकों ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में भी राशि जमा करवाई है. खास बात ये है कि मुख्यमंत्री सहायता कोष में सहयोग राशि देने वाले सभी विधायक भाजपाई है. जबकि केकड़ी मसूदा से कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में 1 रुपया भी नहीं दिया है. वहीं, किशनगढ़ से निर्दलीय विधायक सुरेश टांक ने भी मुख्यमंत्री सहायता कोष में सहयोग नहीं दिया है.
जिला परिषद सीईओ गजेंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सीएम की अपील के बाद जिले के जनप्रतिनिधि भी मुख्यमंत्री सहायता कोष में सहयोग दे रहे हैं. इनमें सबसे अधिक राशि 1 करोड़ का सहयोग ब्यावर विधायक ने किया है. उन्होंने बताया कि सभी जनप्रतिनिधियों की राशि की सेंशन निकाल दी गई है.
बता दें कि विधायकों को एक-एक लाख मास्क, सैनिटाइजर के लिए देने थे. 5-5 लाख रुपए चिकित्सा उपकरण की खरीद के लिए विधायकों को देने थे. वहीं, मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिए विधायक अपनी इच्छा से राशि देनी थी.
किस विधायक ने कितनी दी राशि-
पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री और अजमेर उत्तर क्षेत्र से विधायक वासुदेव देवनानी ने 15 लाख रुपए, पूर्व महिला और बाल विकास राज्य मंत्री और दक्षिण विधानसभा क्षेत्र की विधायक अनिता भदेल ने 10 लाख रुपए. पूर्व संसदीय सचिव एवं पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत ने विगत 31 लाख रुपए. ब्यावर विधायक शंकर सिंह रावत ने सर्वाधिक एक करोड़ रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष में दिए.
इन विधायकों ने नहीं दी राशि
राजस्थान के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा अजमेर जिले के केकड़ी विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी है. डॉ. रघु शर्मा ने अपने क्षेत्र में एक लाख रुपये मास्क और सैनिटाइजर के लिए शुरुआत में दिए थे, लेकिन बतौर विधायक मुख्यमंत्री सहायता कोष में उन्होंने राशि नहीं दी. मसूदा में कांग्रेस से विधायक राकेश पारीक है. पारीक ने क्षेत्र में मास्क और सैनिटाइजर के लिए एक लाख दिये, लेकिन मुख्यमंत्री सहायता कोष में सहयोग राशि नहीं दी. नसीराबाद से बीजेपी विधायक रामस्वरूप लांबा ने क्षेत्र में मास्क और सैनिटाइजर के लिए एक लाख रुपए दिए, लेकिन मुख्यमंत्री सहायता कोष में कोई राशि नहीं दी.
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मार्बल सिटी किशनगढ़ में निर्दलीय विधायक सुरेश टांक सीएम अशोक गहलोत के करीबी माने जाते हैं. टाक ने शुरुआत में एक लाख रुपए क्षेत्र में मास्क और सैनिटाइजर खरीदने के लिए तो दिए, लेकिन मुख्यमंत्री सहायता कोष में उन्होंने भी कोई सहयोग नहीं दी. राज्यसभा सांसद भूपेंद्र सिंह यादव ने 10 लाख जेएलएन अस्पताल और 10 लाख जिला एवं स्वास्थ्य विभाग को उपकरण खरीद ने के लिए सहयोग राशि दी है. वहीं अजमेर लोकसभा सांसद भागीरथ चौधरी ने जिले की हर विधानसभा क्षेत्र में मास्क और सैनिटाइजर खरीदने के लिए 14 लाख रुपए देकर सहयोग किया है. वहीं, राजसंमद विधायक दीया कुमारी ने 3 लाख रुपए ब्यावर क्षेत्र के लिए मास्क और सैनिटाइजर के लिए दिये है.