अजमेर. देशभर में शहनाई की धुन पर वैश्विक बीमारी कोरोना वायरस का ब्रेक लग चुका है. लॉकडाउन होने से कई मांगलिक कार्य नहीं हो पा रहे हैं. अब ऐसे में बैंड-बाजा बारात के लिए लोग लॉकडाउन हटने तक का इंतजार कर रहे हैं. वहीं शादी करवाने के व्यवसाय से जुड़े सारे लोगों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. जिससे वे शादी समारोह स्थलों को खोलने की अनुमति देने की मांग कर रहे हैं.
राजस्थान सरकार की गाइडलाइन के अनुसार मात्र 50 लोग ही शादी समारोह में शामिल हो सकते हैं. अब ऐसे में लोगों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है. वहीं मांगलिक कार्यों से जुड़े व्यापारी भी अब परेशान होने लगे हैं. शादी समारोह से कई लोगों की रोजी-रोटी पर संकट आ चुका है. इनमें खासतौर से शादी समारोह स्थल, बैंड-बाजावाले, फोटोग्राफर, पंडित, हलवाई, कैटरिंग, डीजे वालों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. अब ऐसे में लॉकडाउन के चलते कई युवक-युवतियों की शादियां भी टल चुकी है. जो शादियां हुई थी, उनमें सिर्फ रस्म अदायगी ही हो पाई.
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अब लॉकडाउन का पांचवा चरण शुरू होने वाला है, लेकिन सरकार ने शादी समारोह नियमों के तहत करने की अनुमति तो दे दी है. जिसमें शादियों तो होगी पर रस्म अदायगी केवल मात्र की ही की जाएगी. जिसके चलते मैरिज हॉल से लेकर सभी लोग जिनका शादियों के कारण घर चलता है, संकट में आ गए हैं.
51 हजार में शादी पैकेज
राजस्थान सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जिस तरह से शादी समारोह कार्यक्रम में 50 आदमियों की अनुमति दी गई है. उसको लेकर कई व्यापारियों द्वारा शादी पैकेज भी शुरू कर दिया गया है. जिसमें 51 हजार में 50 लोगों का खाना- इवेंट सहित फोटोग्राफी भी शामिल की गई है. व्यापारी कंवल प्रकाश किशनानी ने बताया कि जिस तरह से लोगों की आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी है. उसको देखते हुए सरकार की गाइडलाइन के अनुसार शादी समारोह के लिए पैकेज दिया जा रहा है. जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए लोगों को सैनिटाइज भी किया जाएगा.