अजमेर. नसीराबाद के लवेरा गांव के ग्रामीणों ने गुरुवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित को मांग-पत्र सौंपकर कार्रवाई की मांग की है. किसानों का कहना है कि उनके गांव में 765 केवी लाइन के टावर खेतों में लगाए जा रहे हैं, जिससे किसानों की फसलें चौपट हो चुकी हैं. किसानों के मुताबिक उन्हें अब तक इसका मुआवजा नहीं दिया गया. वहीं, डरा धमकाकर टावर लगाए जा रहे हैं.
अजमेर: मुआवजा दिए बिना खेतों में लगाए जा रहे विद्युत टावर, किसानों ने जताया विरोध
अजमेर के लवेरा गांव के ग्रामीणों ने गुरुवार को जिला मुख्यालय पहुंच कर खेतों में बिना मुआवजा दिए विद्युत टावर लगाए जाने को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया और जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित को मांग-पत्र सौंपकर कार्रवाई की मांग की. किसानों की मांग है कि कंपनी उनको भूमि अधिग्रहण की अवधि के बारे में आवश्यक दस्तावेज और मुआवजा दिया जाए, साथ ही खराब की गई फसलों का भी मुआवजा दिया जाए.
किसानों के मुताबिक उन्होंने कोरोना संक्रमण काल में रुपये उधार लेकर खेत में बुवाई की थी. अब खड़ी फसल को चंद मिनटों में खराब कर दिया गया. किसानों को बिना सूचना दिए जबरन फसलों को खराब किया जा रहा है और मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा. ऐसे में किसान लगातार आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहे हैं. किसानों ने विद्युत अधिनियम 2003 के तहत किसानों को मुआवजा देने की मांग की है.
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किसानों की मांग है कि कंपनी उनको भूमि अधिग्रहण की अवधि के बारे में आवश्यक दस्तावेज और मुआवजा दिया जाए. साथ ही खराब की गई फसलों का भी मुआवजा दिया जाए. वहीं, किसानों का ये भी कहना है कि आवश्यक दस्तावेज मांगने पर कंपनी के पदाधिकारी किसानों को डराने की धमकियां दे रहे हैं और राजकार्य में बाधा पहुंचाने की बात कहकर मुकदमा दर्ज कराने की भी धमकी देते हैं, जिस पर सभी ग्रामवासी जिला मुख्यालय पर पहुंचे और अपना विरोध दर्ज कराया.