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छात्र संघ चुनाव 2019ः जीजीसीए कॉलेज में छात्राओं को रिझाने में लगे ABVP-NSUI छात्र संगठन

प्रदेश में छात्र संघ चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं. वहीं छात्र संगठन यूनिवर्सिटी और कॉलेज कैंपस में अपना-अपना पैनल घोषित कर रहे हैं. हालांकि इस मामले में एबीवीपी एनएसयूआई से आगे है. अजमेर में राजकीय कन्या महाविद्यालय में एबीवीपी का पैनल संयुक्त सचिव घोषित हो चुका है, जबकि एनएससयूआई ने यहां उम्मीदवार तय नहीं किए हैं.

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Published : Aug 20, 2019, 5:40 PM IST

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अजमेर.जिले के राजकीय कन्या महाविद्यालय में चुनावी माहौल बनने लगा है. वहीं उम्मीदवार और टिकट के दावेदार छात्राएं वादों और इरादों के साथ अपना प्रचार प्रसार कर रही हैं. ईटीवी भारत ने मंगलवार को जिले के सबसे बड़े और पुराने राजकीय कन्या महाविद्यालय जो सावित्री कॉलेज के नाम से विख्यात है वहां छात्राओं से चुनाव को लेकर चर्चा की.

जीजीसीए कॉलेज में बनने लगा है चुनावी माहौल

कॉलेज में छात्र संगठनों से जुड़ी उम्मीदवारों और दावेदारों में ही छात्र संघ चुनावों का उत्साह देखा जा रहा है जबकि सामान्य छात्रों की चुनावी माहौल में भागीदारी कम ही नजर आ रही है. बता दें कि जब छात्रों से चर्चा की गई तो चर्चा में उम्मीदवार, दावेदार और सामान्य छात्राएं भी थी लेकिन चुनावी चर्चा का हिस्सा उम्मीदवार और दावेदार छात्राएं ज्यादा बनी, जबकि सामान्य छात्राएं चुनावी चर्चा से कतराती रही.

बता दें कि चुनावी चर्चा में कॉलेज की समस्या ही चुनावी मुद्दे के रूप में सामने आई है. शौचालय की नियमित सफाई नहीं होना खेलकूद को लेकर सुविधाएं ना मिलना, एमएससी सहित कई विषयों की कक्षाएं नहीं होना. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि छात्राओं ने जो समस्याएं बताई है. वह नई नहीं है बल्कि पहले से ही चली आ रही हैं.

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जिससे पता चलता है कि पूर्व छात्र संघ के पदाधिकारियों ने समस्याओं को नहीं उठाया. इसलिए समस्या आज भी बनी हुई हैं. अब देखना होगा कि उम्मीदवार और दावेदारों छात्रों के समस्याओं को दूर करने और उनके बीच रहकर उनकी आवाज बनने के अपने दावे को कितना ही पूरा कर पाते हैं. यह तो छात्र संघ चुनाव के नतीजे ही बता पाएंगे.

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