अजमेर. जिले में एचआरसीटी करवाने के लिए समस्त निजी एवं सरकारी सीटी स्कैन केन्द्रों पर अब डॉक्टर की पर्ची आवश्यक होगी. अब इससे मरीजों की जेब कटने से बच सकेगी. इसको लेकर जिला कलेक्टर ने निर्देशित किया है. वहीं जिले भर में डोर-टू-डोर सर्वे करके लोगों की जांच करने और उन्हें मेडिकल किट प्रदान करने के भी निर्देश दिए हैं.
पढे़ं: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया लॉकडाउन की ओर इशारा, बुलाई मंत्रिपरिषद की बैठक
कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि अब एचआरसीटी करवाने के लिए डॉक्टर की परामर्श पर्ची आवश्यक होगी. जिले के समस्त निजी एवं सरकारी सिटी स्कैन केन्द्रों को इस संबंध में पाबंद किया गया है. सिटी स्कैन सेंटर पर एचआरसीटी करवाने के लिए आने वाले मरीजों की चिकित्सकीय परामर्श पर्ची का संधारण सेन्टर द्वारा किया जाएगा. पर्ची नहीं होने पर यह जांच नहीं की जा सकेगी. साथ ही यदि कोई बिना पर्ची के जांच करते पाया जाता है तो सेंटर के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.
अजमेर में HRCT के नाम पर मरीजों की नहीं कटेगी जेब प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि कोरोना के लक्षण दिखने पर दवा से मरीजों का उपचार करने का प्रयास किया जाएगा. पोनिंग के लिए भी लोगों को समझाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि डोर टू डोर सर्वे के जरिए पूर्व में मिले 15 हजार लोगों को मेडिकल किट दिए थे. अब वापस सर्वे शुरू करवा दिया है. इस सर्वे के जरिए लोगों की जांच करके उन्हें किट दिया जाएगा और उचित परामर्श भी टीम देगी. जिला कलेक्टर ने आमजन से किसी भी सूरत में इस बीमारी से नहीं घबराने की अपील की है. उन्होंने कहा कि गाइडलाइन की पालना करके बीमारी को हरा सकते हैं.