अजमेर.शहर में शुक्रवार को संभागीय आयुक्त एलएन मीणा ने राजीव गांधी सेवा केंद्र में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान मीणा ने कहा कि संभाग के जिलों में 122 कोरोना रोगी मिले और इनकी संख्या और बढ़ रही है. खासकर टोंक में कोरोना के रोगी ज्यादा सामने आ रहे है. 2 हजार लोगों के जांच सैंपल भेजे गए हैं. उनकी रिपोर्ट आना बाकी है.
अजमेर संभाग के आयुक्त एलएन मीणा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जो छूट दी गई है और इसके लिए बनी गाइडलाइन को लेकर विभागवार चर्चा की गई है.
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मीणा ने बताया कि अन्य राज्य में फंसे राजस्थानी को राहत देने के लिए संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ निरंतर राज्य सरकार संवाद कर रही है, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है. वहीं प्रवासी श्रमिकों की समस्याओं को लेकर भी राज्य सरकार गंभीर है.
उन्होंने बताया कि जब तक निर्णय नहीं हो जाता, तब तक श्रमिकों को शेल्टर होम में रखने और उनके खाने-पीने की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि मॉडिफाई लॉकडाउन की रूपरेखा बन चुकी है. औद्योगिक इकाइयों को शुरू करने और उन में कार्य करने वाले श्रमिकों को कोरोना से जुड़ी गाइडलाइन के अनुसार पालना करवाने के लिए भी निर्देशित किया गया है.
इसके अलावा गर्मियों को देखते हुए लॉकडाउन में पेयजल व्यवस्था सुचारू रखने के लिए भी कहा गया है. उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों में कोरोना का प्रभाव ज्यादा है, वहां छूट नहीं मिलेगी. उन्होंने यह भी बताया कि मनरेगा कार्य शुरू करने के लिए कार्य योजना तीन दिन में तैयार कर सरकार को भेजने के भी निर्देश मिले हैं. उन्होंने बताया कि मॉडिफाई लॉकडाउन में कुछ उद्योगों को चालू करने की स्वीकृति दी गई है.
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उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में छूट केवल उन क्षेत्रों में ही लागू होगा, जहां पर कर्फ्यू नहीं लगा है और जहां कोरोना के पॉजिटिव मरीज नहीं आ रहे हैं. छूट के दौरान भी यदि क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मरीज पाया जाता है, तो वहां छूट बंद कर दी जाएगी.