अजमेर. देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर अपना प्रचंड रूप दिखा रही है. इसकी तीसरी लहर भी अपने आने की दस्तक देती नजर आ रही है. हर कोई खौफ के साए में जी रहा है. लेकिन कुछ लोग इस मुश्किल दौर में भी अपनी ड्यूटी को बखूबी निभा रहे हैं. इनमें LPG गैस की डिलीवरी करने वाली एजेंसी और उनके डिलीवरी ब्वॉय भी शामिल हैं. एलपीजी गैस एजेंसी और डिलीवरी ब्वॉय हमारे जीवन का वह हिस्सा हैं. वे अगर 1 दिन के लिए भी काम रोक दें तो चारों तरफ हाहाकार मच जाए.
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कोरोना का LPG गैस की खपत और डिलीवरी पर असर
कोरोना महामारी का असर एलपीजी गैस की डिलीवरी और खपत दोनों पर पड़ रहा है. कोरोनाकाल में लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं. ऐसे में एलपीजी गैस का उपयोग भी बढ़ गया है.
घरों में खुद को व्यस्त रखने के लिए लोग कुकिंग में भी हाथ आजमा रहे हैं. पिछले लॉकडाउन के दौरान भी लोगों ने खुद को घर में रोकने और व्यस्त रखने के लिए कुकिंग को सबसे आसान तरीके के रूप में चुना था. हर कोई सोशल मीडिया पर अपनी कुकिंग का नमूना पेश करता हुआ नजर आ रहा था. ऐसे में ना सिर्फ पिछले लॉकडाउन में बल्कि इस बार भी एलपीजी गैस की खपत बढ़ गई है. खपत बढ़ने का सीधा असर डिलीवरी पर भी पढ़ रहा है.
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान एलपीजी का उपयोग बढ़ गया है. लोग अब एक गैस सिलेंडर एडवांस में ही भरवा कर घर में रखते हैं.
खपत बढ़ने के साथ ही भुगतान के तरीकों में भी हुआ बदलाव
घरेलू गैस सिलेंडर की सेल करने वाले श्याम जी ने बताया कि कोरोना के दौरान भी हर रोज उनके 350 सिलेंडर सेल हो रहे हैं. वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर ज्यादा से ज्यादा होम डिलीवरी दी जा रही है. जिन घरों में कोरोना संक्रमित मरीज हैं, वहां से अब पेमेंट भी ऑनलाइन माध्यमों के जरिए लिया जा रहा है.
अभी कहीं भी डिलीवरी सेंटर से सिलेंडर नहीं दिए जा रहे हैं. सिर्फ इमरजेंसी में ही लोगों को सेंटर से सिलेंडर दिए जाते हैं. इस दौरान हेल्थ प्रोटोकॉल का भी पूरी तरह से पालन किया जाता है.
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किस तरह की सावधानियों का पालन कर रहे हैं डिलीवरी बॉयज
अजमेर की श्री चंद्र नारायण गैस एजेंसी के नवनीत सिंह चौहान बताते हैं कि लॉकडाउन में एलपीजी की खपत बढ़ गई है. अब तो ग्रामीण क्षेत्रों में भी सरकार द्वारा एलपीजी की सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है. ऐसे में एलपीजी का उपयोग तो बढ़ना ही था.
अजमेर में इस वक्त करीब 12 -13 गैस एजेंसी काम कर रही है. चौहान ने कहा कि उनकी गैस एजेंसी पर इस समय करीब 13 डिलीवरी ब्वॉय कार्यरत हैं. वे ग्राहकों को होम डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं.
- सभी डिलीवरी ब्वॉय हेल्थ प्रोटोकॉल के नियमों का सख्ती से पालन कर रहे हैं.
- डिलीवरी ब्वॉय की सुरक्षा के लिए कंपनी ने मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध कराए हैं.
- डिलीवरी के वक्त डिलीवरी बॉयज सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरह से ध्यान रखते हैं.
- कंपनी ने सभी डिलीवरी बॉयज को निर्देश दिए गए हैं कि वे बिना मास्क लगाए आने वाले कस्टमर से संपर्क ना करें.
एलपीजी कंपनी करा रही है डिलीवरी ब्वॉय का वैक्सीनेशन
सभी एलपीजी कंपनियां अपने यहां कार्यरत डिलीवरी बॉयज के लिए वैक्सीनेशन कैंप लगवा कर वैक्सीनेशन करा रही हैं. यह सब उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर किया जा रहा है. इसका ऑनलाइन रिकॉर्ड भी सिस्टम में फीड किया जा रहा है.
डिलीवरी बॉय घर-घर पहुंचा रहे गैस सिलेंडर कोरोना से डिलीवरी ब्वॉय की मौत का मामला
क्या कोरोना संक्रमण की वजह से अबतक अजमेर में किसी भी गैस एजेंसी के किसी डिलीवरी ब्वॉय की मौत हुई है? हमने यह सवाल भी गैस एजेंसी प्रबंधन से पूछा. श्री चंद्र नारायण गैस एजेंसी के मैनेजर नवनीत सिंह चौहान ने बताया कि अबतक अजमेर की किसी भी गैस एजेंसी में कोरोना की वजह से किसी भी डिलीवरी ब्वॉय की मौत का मामला सामने नहीं आया है. ना सिर्फ कंपनियां बल्कि डिलीवरी बॉयज भी कोरोना गाइडलाइंस के नियमों का पालन कर रहे हैं. इसलिए अबतक ऐसी कोई अनहोनी नहीं हुई है.
हर वर्ग पर कोरोना का कहर
कोरोना का कहर चारों तरफ फैला हुआ है. चाहे सेवा क्षेत्र हो या निर्माण क्षेत्र या उत्पादन क्षेत्र कोई भी वर्ग कोरोना महामारी के प्रकोप से बच नहीं पाया है. हर वर्ग को इस प्रकोप का नुकसान उठाना ही पड़ रहा है.
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जरा सी चूक और...
कोरोना के बढ़ते कहर को ध्यान में रखते हुए सभी को सतर्कता बरतने की जरूरत है. जरा सी लापरवाही हमारे लिए जानलेवा साबित हो सकती है. ऐसे में जो लोग दिन-रात आम जनता तक सेवाएं पहुंचाने में लगे हुए हैं, उनका सुरक्षित रहना सबसे ज्यादा जरूरी है. प्रशासन के साथ ही संबंधित संस्थाओं को भी उनकी सुरक्षा के लिए समय-समय पर इंतजाम करते रहना चाहिए.