अजमेर.जिला पुलिस को एक बार फिर बड़ी कामयाबी हासिल हुई. जिला स्पेशल पुलिस और सरवाड़ थाना पुलिस की टीम ने कुख्यात इनामी मोस्ट वांटेड आरोपी धन सिंह को उसके ससुराल से गुर्गे शंकरलाल के साथ गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने दो ऑटोमैटिक पिस्टल, एक 12 बोर बन्दूक, एक देशी कट्टा, धारदार अत्याधुनिक चाकू, बुलेट प्रूफ जैकेट और हेलमेट बरामद किया है. धन सिंह के खिलाफ हत्या, लूट, डकैती, फायरिंग और ऑर्म्स एक्ट सहित 37 मुकदमें दर्ज हैं. अजमेर रेंज आईजी की ओर से धन सिंह पर दस हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था. आरोपी जिले के मोस्ट वांटेड में शामिल है और फरार चल रहा था.
मंगलवार को मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक जगदीश चन्द्र शर्मा ने बताया कि 21 अक्टूबर 2020 को पीलवा जिला दौसा निवासी परिवादी सुमेर सिंह राजपूत ने रिपोर्ट देकर बताया कि वह अपने साथियों के साथ अजीत सिंह उर्फ भंवरसा के कहने पर गांव सुनारिया स्थित खेत में बोर मशीन से बोर कर रहा था. तभी अचानक धन सिंह और उसके साथी गोपाल सिंह व अन्य ने मारपीट कर जान से मारने के लिए फायरिंग की. बोर की मशीन और ट्रैक्टरों में तोड़फोड़ कर मोटरसाइकिल को जला दिया. इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की.
तीन पहले ही पकडे़ जा चुके
जांच में पता चला कि आरोपी गोपाल सिंह और उसके भतीजे अजीत सिंह के आपस में करीब तीन साल से जमीनी विवाद चल रहा था. जब बोर कराने की जानकारी हुई तो गोपाल सिंह अपने पुत्र सूर्यप्रताप सिंह उर्फ मोनू, भतीजे धन सिंह उर्फ धनसा पीपरोली और अन्य गढ़ी मालीयान अजमेर निवासी कैलाश गुर्जर, देवगांव केकड़ी निवासी हनुमान उर्फ शंकर उपाध्याय के साथ मिलकर रात करीब नौ बजे के लगभग गांव सुनारिया स्थित खेत पर पहुंचे और वारदात कर फरार हो गए. घटना के बाद तुरन्त आरोपी गोपाल सिंह, सूर्यप्रताप सिंह उर्फ मोनू और कैलाश गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया. प्रकरण का मुख्य आरोपी धन सिंह और हनुमान उर्फ शंकर फरार थे.