राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

अजमेर: ब्लॉक स्तर पर कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बनेंगे कोविड कंसल्टेशन कोविड-19 केयर सेंटर

कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए डोर टू डोर सर्वे और दवा वितरण अभियान के साथ अब हर ब्लॉक स्तर पर कंसल्टेशन कोविड-19 सेंटर खोले जा रहे हैं. इन सेंटर्स में कम से कम 30 बेड की व्यवस्था रखनी होगी. इसी के तहत अजमेर जोन के भीलवाड़ा जिले में ब्लाक स्तर कोविड-19 सेंटर खोला गया है. शेष 3 जिलों में सेंटर ब्लॉक स्तर पर खोलने की तैयारी की जा रही है.

rajasthan latest news  ajmer latest news
कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बनेंगे कोविड कंसल्टेशन कोविड-19 केयर सेंटर

By

Published : May 8, 2021, 10:12 PM IST

अजमेर. कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए डोर टू डोर सर्वे और दवा वितरण अभियान के साथ अब हर ब्लॉक स्तर पर कंसल्टेशन कोविड-19 सेंटर खोले जा रहे हैं. इन सेंटर्स में कम से कम 30 बेड की व्यवस्था रखनी होगी. इनमें 20 से 25 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा रहेगी. वहीं, अजमेर जोन के भीलवाड़ा जिले में ब्लाक स्तर पर कंसल्टेशन कोविड-19 सेंटर खोल भी लिया है. शेष 3 जिलों में सेंटर ब्लॉक स्तर पर खोलने की तैयारी की जा रही है.

कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बनेंगे कोविड कंसल्टेशन कोविड-19 केयर सेंटर

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. इंद्रजीत सिंह ने बताया कि अजमेर जोन में 40 ब्लॉक में 45 सेंटर बनाए गए हैं. इनमें अजमेर जिले में 8 भीलवाड़ा 15, नागौर के 11 ब्लॉक में 16 और टोंक में 6 कोविड कंसल्टेशन कोविड-19 सेंटर खोले गए हैं. इनमें ओपीडी की व्यवस्था रहेगी. साथ ही ओपीडी के दौरान जिन मरीजों को भर्ती करने की आवश्यकता है. उन्हें भर्ती किया जाएगा.

पढ़ें:भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री गहलोत को लिखा पत्र, जरूरतमंदों को आर्थिक पैकेज देने की उठाई मांग

इसके अलावा डोर टू डोर सर्वे के दौरान कोरोना मरीज पाए जाने पर यदि उसका ऑक्सीजन लेवल कम पाया जाता है तो उसे सेंटर पर भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि हर कोविड कंसल्टेशन कोविड-19 केयर सेंटर पर ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति नियमित रखने एवं ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के लिए सेंटर पर निर्बाध रूप से बिजली सप्लाई के लिए राज्य सरकार ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं. संयुक्त निदेशक डॉ. इंद्रजीत सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण फैल रहा है और आपाधापी में ग्रामीण क्षेत्र से मरीज जिला अस्पतालों में भर्ती होने के लिए आ रहे हैं.

इस कारण संभाग एवं जिला स्तर के अस्पतालों पर दबाव बढ़ रहा है. साथ ही ब्लॉक सेंटर पर कोरोना के मरीजों को वहीं इलाज मिलेगा जो जिला स्तर के अस्पतालों में मिल रहा है. यहां मरीज का ऑक्सीजन लेवल बनाए रखने के ऑक्सीजन की व्यवस्था रहेगी. बावजूद इसके ऑक्सीजन लेवल मरीज का बढ़ नहीं रहा है तो फिर ब्लॉक सेंटर से जिला स्तर के अस्पताल के लिए मरीज को रेफर किया जाएगा. इससे जिला स्तर के अस्पतालों पर दबाव कम होगा और इनमें मरीजों को बेड उपलब्ध हो पाएंगे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details