अजमेर.कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप थमा नहीं है. ऐसे में सरकार की ओर से लॉकडाउन की अवधि 8 जून तक कर दी गई है. इस कारण कई लोगों का रोजगार खत्म हो गया है. इसके साथ ही लोग हाथ पर हाथ धरे घरों में बैठे हैं. वहीं, लॉकडाउन अवधि में उनके पास अब खाने-पीने के भी लाले पड़ रहे हैं. ऐसे लोग अब अपने क्षेत्र के पार्षदों के घर सहायता की उम्मीद में दस्तक दे रहे हैं. जिसको देखते हुए भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों ने मंगलवार को नगर निगम पहुंचकर मेयर ब्रज लता हाड़ा से मुलाकात की.
पार्षदों ने पार्षद फंड से वार्डों में राशन किट बांटने का दिया मेयर को प्रस्ताव जहां पार्षदों ने एक स्वर में पार्षद फंड से गरीब तबके के लोगों को राशन किट देने का प्रस्ताव रखा है. बता दें कि गरीब तबके के लोगों को भोजन उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार ने इंदिरा रसोई को फ्री कर दिया है. पार्षद रजनीश चौहान ने बताया कि लॉकडाउन के चलते कई लोगों के रोजगार खत्म हो गए हैं. अब तक तो जैसे तैसे लोगों ने अपना काम चला लिया, लेकिन कई लोग ऐसे हैं, जिनके पास खाने-पीने का सामान तक घर पर नहीं है.
पढ़ें:चित्तौड़गढ़ में पालिकाध्यक्ष का साला 2 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार
ऐसे लोगों की सहायता के लिए पार्षद को मिलने वाले विकास फंड से राशि तय करके गरीब तबके के लोगों को नगर निगम के सभी वार्डों में राशन किट वितरित किए जाए. ताकि उन्हें राहत मिल सके. इसी के साथ पार्षद द्रोपदी देवी ने बताया कि अजमेर नगर निगम सीमा क्षेत्र में केवल 11 ही इंदिरा रसोई हैं. जहां 80 वार्डों से लोग इंदिरा रसोई में भोजन के लिए सुबह शाम नहीं जा सकते हैं. कई वार्डों से तो इंदिरा रसोई की दूरी 10 से 12 किलोमीटर है. ऐसे में लोगों को राहत देने के लिए अब आवश्यक हो गया है कि पार्षद अपने फंड से राशन किट के लिए राशि दें.
पार्षद बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि नगर निगम मेयर को सभी पार्षदों ने मिलकर प्रस्ताव दिया है. बुधवार को प्रस्ताव पर सभी पार्षदों के हस्ताक्षर लिए जाएंगे. इसके अलावा पार्षद निक्की तूनवाल ने बताया कि लॉकडाउन का समय बढ़ जाने से लोगों के सामने पानी पीने की विकट समस्या हो गई है. लोग पार्षदों के घर पर पहुंच रहे हैं. यहीं वजह है कि सभी पार्षदों ने मिलकर नगर निगम मेयर को प्रस्ताव देकर मांग की है कि प्रत्येक वार्ड में गरीब तबके के लोगों को राशन किट पार्षद फंड से उपलब्ध करवाए जाएं.