अजमेर. इस बार होली के मौके कोरोना वायरस का खौफ साफ नजर आ रहा है. भारत के बाजार में चीनी आइटम की बिक्री प्रभावित हो रही है. साथ ही दिल्ली में हुए दंगों के माहौल के चलते वहां से भी किसी तरह का सामान की आवाजाही नहीं हो पा रही है. इसका असर अजमेर के बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है.
आम तौर पर भारत में होली के एक महीने पहले से ही चीन और दिल्ली के आइटमों की भरमार होती थी. लेकिन, इस बार सिर्फ देसी पिचकारियां नजर आ रही है. कस्टम ड्यूटी की वजह से पिचकारी और स्प्रिंकलर के दाम कई गुना बढ़ चुके हैं.
अजमेर के बाजारों में होली के रंग चीन में कोरोना वायरस के अटैक की वजह से भारत भेजने वाले सामान पर काफी असर पड़ा है. कारोबारी बता रहे हैं कि चीन में कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति को देखते हुए आयात पर रोक लगी है और नए आइटम नहीं आ रहे हैं. होली के लिए आम तौर पर चीन से जनवरी में सामान आना शुरू होता था, लेकिन दिसंबर के मध्य से शुरू कोरोना वायरस फैलने की वजह से बाजार की स्थिति खराब है. साथ ही व्यापारियों का ये भी मानना है कि वायरस ने उनकी कमर तोड़ दी है. वहीं, दिल्ली के माहौल ने उस पर नमक छिड़कने का काम किया है.
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अजमेर में व्यापारी बताते हैं कि उन्होंने कई महीने पहले ही होली में इस्तेमाल होने वाले सामानों की बुकिंग करा दी थी. सामानों का एडवांस भी दे दिया था. लेकिन, वहां कोरोना वायरस की वजह से सब कुछ बदल गया, कोरोना वायरस का डर लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है और इससे भारतीय व्यापारी भी सकते में हैं.
अजमेर के बाजारों में नहीं दिख रही पहले जैसी रंगत
गौरतलब है कि कोरोना वायरस का डर है. यही वजह है कि होली के पर्व पर चाइनीस रंगों से परहेज को लेकर लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर इस संबंध में संदेश वायरल हो रहे हैं. लोगों को होली पर चाइनीस रंगों का प्रयोग नहीं किए जाने की सलाह भी दी जा रही है. वायरल मैसेजेस में रंगों और गुलाल के जरिए कोरोना वायरस फैलने का खतरा बताया जा रहा है. चाइनीस रंगों से सभी को दूरी बनाने की सलाह दी जा रही है.