राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

Special : प्यार पर भारी पड़ रहा कोरोना का 'बंधन', करीब है राखी का त्योहार पर सूना पड़ा बाजार

रक्षाबंधन में अब ज्यादा दिन शेष नहीं रह गए हैं. 3 अगस्त को त्योहार है लेकिन कोरोना का असर इस पर भी नजर आ रहा है. पहले रक्षाबंधन करीब आते ही बाजारों में रौनक बढ़ जाती थी. माह भर पहले से ही दुकानें सज जाया करती थीं लेकिन कोरोना के कारण इस बार वैसा माहौल नजर नहीं आ रहा है. ज्यादातर बहनें ऑनलाइन राखी आर्डर कर रहीं हैं.

corona effect on raksha bandhan,  corona effect,  raksha bandhan date
प्यार पर भारी पड़ रहा कोरोना का 'बंधन'

By

Published : Jul 18, 2020, 5:22 PM IST

अजमेर. कोरोना वायरस का प्रभाव त्योहारों पर भी पड़ रहा है. ऐसे में बाजारों की रौनक भी फीकी पड़ रही है. आमतौर पर हर साल रक्षाबंधन से करीब एक माह पहले ही बहनें दूसरे शहरों में रह रहे भाइयों को राखी भेजने के लिए खरीदारी करना शुरू कर देतीं थीं, लेकिन इस साल कोविड-19 की वजह से इसका बाजार भी सूना पड़ा है. भाई-बहन के प्यार के बंधन पर इस बार कोराेना का संकट छाया हुआ है.

प्यार पर भारी पड़ रहा कोरोना का 'बंधन'

ग्राहकों के इंतजार में दुकानदार

भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व तीन अगस्त को मनाया जाएगा. ऐसे में 15 दिन का ही समय शेष रह गया है. लेकिन कोरोना के चलते पर्व पर इस बार कुछ खास रौनक देखने को नहीं मिलेगी. दुकानदारों का कहना है कि राखी पर माल तो मंगवा लिया है, लेकिन अजमेर का मदार गेट हो या पुरानी मंडी या कैसरगंज हर और बाजार सूने नजर आ रहे हैं. पूरा दिन ग्राहकों के इंतजार में ही निकल जा रहा है.

हर साल के मुकाबले बाजारों की रौनक फीकी

यह भी पढे़ं :SPECIAL: कोरोना संकट में एडवोकेट भी नहीं रहे अछूते, आर्थिक संकट के चलते घर गृहस्थी चलाना हुआ दुर्लभ

सभी स्टॉलों पर रंग-बिरंगी और आकर्षक राखी सजी हुई हैं. सामान्यत: दुकानों में 10 रुपये से 500 रुपये तक में राखी मिल रहीं हैं. बच्चों के लिए कॉर्टून कैरेक्टर में कई राखियां बाजार में हैं. इनमें डोरेमॉन, छोटा भीम के अलावा लाइट वाली राखियां भी शामिल हैं.

बच्चों के लिए आई है कार्टून वाली राखी

नए पैटर्न में आईं राखियां

राखियां कई पैटर्न में आ रहीं हैं. धागे वाली राखी, चंदन राखी, आर्टिफिशियल डायमंड राखी समेत कई रंगों और डिजाइनों में राखी उपलब्ध हैं. वहीं महिलाओं के लिए झूमर और चूड़ा राखियां भी बाजारों में उपलब्ध हैं. उधर, राखी के स्टॉल अभी सूने ही नजर आ रहे हैं. जबकि बीते साल रक्षाबंधन से एक महीना पहले ही बहनें राखी की खरीदारी शुरू कर देती थीं.

दुकानदारों का कहना है कि हर साल रक्षाबंधन के त्योहार पर 1.50 लाख रुपए तक की राखियां बिक जाती हैं, लेकिन इस बार 50 हजार का माल बिकने की भी उम्मीद नहीं है. दुकानदार विमल गर्ग ने बताया कि हर बार रक्षाबंधन से 25 से 30 दिन पहले ही बाजारों में रौनक दिखने लगती थी, लेकिन इस बार सन्नाटा है. अब ऐसे में व्यापारियों के सामने संकट खड़ा हो चुका है.

बाजारों में सजी हैं राखियां

रौनक पड़ी फीकी

दुकानदारों का कहना है कि उन्होंने माल तो मंगवा लिया है लेकिन बिक्री नहीं हो पा रही है. हालांकि अन्य सालों के मुकाबले काफी कम राखियां बाजारों में आई हैं, लेकिन बाजार सूने पड़े होने के कारण व्यापारियों में मायूसी छाई है. ग्राहक कम ही आ रहे हैं. ज्यादातर ऑनलाइन खरीदारी कर ले रहे हैं.

यह भी पढे़ं :SPECIAL: देशभर में मशहूर डूंगरपुर के बांस आर्ट पर ग्रहण, 120 से ज्यादा परिवारों पर रोजी-रोटी का संकट

चाइनीज राखियों का बहिष्कार

इस बार बाजारों में कहीं भी चाइनीज राखियां नजर नहीं आएंगी. चाइनीज माल का पूरी तरह से व्यापारियों की ओर से बहिष्कार किया गया है. केवल इंडियन राखियां ही बाजारों में उपलब्ध हैं.

बाजरों में इस साल नहीं है चाइनीज माल

रक्षाबंधन तिथि और समय:

रक्षाबंधन पर इस साल पूर्णिमा तिथि 2 अगस्त को सुबह 9:28 बजे शुरू होती है और 3 अगस्त को रात 9:28 बजे समाप्त होगी.

व्यापारियों ने 20 प्रतिशत माल ही लाया है

रक्षाबंधन 2020 शुभ मुहूर्त

रक्षाबंधन के दिन सुबह 9:28 बजे से रात 9:17 बजे के बीच कभी भी राखी बांधी जा सकती है. हालांकि रक्षासूत्र बांधने का सबसे अच्छा समय अपर्णा मुहूर्त के दौरान है जो दोपहर 1:48 बजे से शाम 4:29 बजे तक रहेगा. अगर आप अपर्णा मुहूर्त को ध्यान में रख रहे हैं तो एक खास समय को चुन सकते हैं जो लगभग 7:10 बजे शुरू होगा और 9:17 बजे तक चलेगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details