अजमेर.जनवरी माह में अजमेर में कोरोना संक्रमण (Corona positive patient in ajmer) की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है. गुरुवार को अजमेर में 89 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं. जनवरी माह के आंकड़े को देखें तो 284 लोग कोरोना से संक्रमित (Corona cases in ajmer) हुए हैं. 5 जनवरी तक के आंकड़ों के अनुसार कोरोना संक्रमित मरीजों में 120 पुरुष, 64 महिलाएं और 10 बच्चें है. वहीं 2400 के लगभग जांच सैंपल लिए गए है.
कम्युनिटी स्प्रेड की आशंका
अजमेर में 7 स्थानों पर माइक्रो कंटोनमेंट जोन (microcontainment zone in ajmer) बनाए गए है. जिससे संक्रमित लोगों से अन्य लोग संपर्क में ना आए. साथ ही कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. जिले के 16 अस्पतालों में कोविड 19 को लेकर सभी तैयारी पूरी कर ली गई है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को कोरोना के कम्युनिटी स्प्रेड (Corona community spread in ajmer) की आशंका है. दरअसल नए साल के जश्न में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए है. ऐसे में अगले कुछ दिनों में संक्रमितों की संख्या में और भी इजाफा होने की आशंका है. यही वजह है कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ज्यादा से ज्यादा सेंपलिंग करवाने पर जोर दे रहे हैं. ताकि कोरोना से संक्रमित मरीज की पहचान हो सके और उसे फॉर माइग्रेशन कर इलाज शुरू किया जा सके ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
इंसिडेंट कमांडर हुए एक्टिव
जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित जिन स्थानों पर ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज पाए जा रहे हैं उन स्थानों पर माइक्रो कंटोनमेंट बनाने के निर्देश दिए है. इंसीडेंट कमांडर की टीम गठित करके माइक्रो कंटोनमेंट जोन की निगरानी करने के अलावा बाजारों और अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में कोरोना गाइडलाइन की पालना (Corona guideline in ajmer) करवाना शुरू कर दिया है. सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करने वाले और मास्क नहीं लगाने वाले लोगों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जा रही है. साथ ही ऐसे लोगों पर 1 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जा रहा है.
कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित खुद भी माइक्रो कंटोनमेंट जोन का नियमित निरीक्षण भी कर रहे हैं. वहीं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीमें होम आइसोलेट लोगों को आवश्यक दवाएं घर पर ही उपलब्ध करवा रही है. बता दें कि अजमेर में 19 ओमिक्रोन संक्रमित भी मिल चुके है. राहत की बात यह है कि समय पर पहचान होने और होम आइसोलेट होने से सभी 19 मरीज ठीक हो चुके है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग कोरोना मरीज के संपर्क में आए लोगों को भी ट्रेस करने में जुटा हुआ है. मरीज से कांटेक्ट हिस्ट्री जानी जा रही है.
लापरवाही पड़ रही है भारी
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग (Ajmer Medical and Health Department) के संयुक्त निदेशक डॉ इंद्रजीत सिंह ने बताया कि लोग वैक्सीनेट होने के बाद लापरवाही (Negligence in social distancing) बरत रहे हैं. लोग बाजारों में कोरोना से संबंधित गाइडलाइन की पालना नहीं कर रहे हैं. संक्रमण को रोकने के लिए आवश्यक है कि लोग मास्क का उपयोग करें वही सार्वजनिक स्थानों पर अपने हाथ से इधर उधर ना छुएं. घर लौटने पर अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोएं.