अजमेर. कांग्रेस में गुटबाजी के कारण अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र के तीन वार्ड 11, 12 और 13 में उम्मीदवार नहीं उतारे जाने का मामला अब कांग्रेस हाई कमान तक जा पंहुचा है. अजमेर उत्तर विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे महेंद्र सिंह रलावता ने कांग्रेस पर्यवेक्षक सहित एक स्थानीय पूर्व विधायक की शिकायत कांग्रेस आलाकमान को भेजी है. रलावता ने कहा कि अल्पसंख्यक क्षेत्रों में उम्मीदवार नहीं खड़े करने पर पर्यवेक्षक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए.
कांग्रेस की आपसी खींचतान में नगर निगम चुनाव में 74 उम्मीदवार ही मैदान में हैं. जबकि शेष 6 वार्डों में कांग्रेस उम्मीदवार ही खड़े नहीं कर पाई. कांग्रेस की कमजोरी को भाजपा भुना रही है. खासकर 11, 12 और 13 अल्पसंख्यक बाहुल्य वार्ड में उम्मीदवार खड़े नहीं करने से कांग्रेस को क्षेत्र में विरोध भी झेलना पड़ा है. यह तीनों वार्ड अजमेर उत्तर विधानसभा का हिस्सा हैं. अजमेर उत्तर विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे महेंद्र सिंह रलावता ने बताया कि पर्यवेक्षक शारदा कांत के समक्ष पूर्व विधायक श्रीगोपाल बाहेती ने तीनों वार्डों को खुला छोड़ने का प्रस्ताव दिया था.
रलावता ने बताया कि पर्यवेक्षक को उन्होंने तीनों वार्डों में उम्मीदवार खड़े करने का कहा था और उन्हें प्रत्येक वार्ड में दावेदारों के दो-दो नाम का पैनल भी दिया था. उस पैनल पर पर्यवेक्षक के हस्ताक्षर मौजूद है जो उनके पास है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कुछ साजिशकर्ता नहीं चाहते कि 2023 में कांग्रेस अजमेर उत्तर से जीतकर आए. आने वाले समय में ऐसे लोगों की कलाई भी जनता के सामने खुलेगी.