अजमेर.संभाग के सबसे बड़े जेएलएन अस्पताल पर लगातार कोरोना मरीजों का दबाव बढ़ता जा रहा है. अस्पताल में बेड खाली होने की सूचना पर कई जिलों से मरीज इलाज के लिए भर्ती हुए हैं. बता दें अभी 499 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि अस्पताल में बेड 1028 है. अस्पताल में अव्यवस्थाओं को आलम है. अपनों की सांसें बचाने के लिए परिजन खुद ही गैस सिलेंडर की ट्रॉली खींच रहे हैं.
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जेएलएन अस्पताल में ऐसे हालात हैं कि जिन मरीजों के साथ परिजन है उस मरीज की सांस बचाने के लिए परिजन खुद ऑक्सीजन गैस सिलेंडर पहुंचाने में मशक्कत कर रहे हैं. लेकिन, जिन मरीजों के साथ कोई परिजन नहीं है उनका भगवान ही मालिक है. इतना ही नहीं अस्पताल में कोरोना के उन गंभीर मरीजों को ही भर्ती किया जा रहा है, जिन्हें सांस लेने में तकलीफ है.
वहीं, अस्पताल में भर्ती करने में ही कई घंटों लग रहे हैं. उखड़ी हुई सांस लेने वाले मरीजों को वार्ड तक जाना मुश्किल हो रहा है. उन्हें ट्रॉली से वार्ड तक छोड़ने की कोई व्यवस्था नहीं है. ट्रॉली बॉय के अभाव में मरीज को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.