अजमेर.कोरोना वायरस का प्रकोप देश भर में लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी को लेकर शुक्रवार को जिला कलेक्टर सभागार में प्रेस वार्ता कर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने आगामी रणनीतियों के बारे में मीडिया से चर्चा की.
जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि कोरोना महामारी का संक्रमण रोकने के लिए जिला प्रशासन पुलिस और चिकित्सा विभाग टेस्ट, ट्रैक और आइसोलेट की रणनीति पर काम कर रहे हैं. जहां कोरोना का ज्यादा प्रसार है, वहां सैंपलिंग ज्यादा से ज्यादा की जा रही है.
प्रशासन का प्रयास है कि जिले में प्रत्येक संक्रमित व्यक्ति तक पहुंचकर उसे उपचार दिया जाए, ताकि वह किसी अन्य को संक्रमित नहीं कर सके. कलेक्टर ने कहा कि जिले में बढ़ रहे पॉजिटिव मरीजों के आंकड़े तथा मृत्यु के आंकड़े को लेकर किसी को भी भयभीत होने की जरूरत नहीं है.
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जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेस वार्ता के दौरान जिले में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए जिला प्रशासन पुलिस और चिकित्सा विभाग के रणनीति की जानकारी दी. कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान में सबसे बड़ी चुनौती अनलॉक के साथ-साथ कोरोना के प्रसार को रोकना है. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि लक्षण और बिना लक्षण वाले संक्रमित व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें आइसोलेट किया जाए इस रणनीति पर सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहे हैं.
इसी के साथ कलेक्टर ने बताया कि जिले में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए जांच की क्षमता को 3 हजार 500 तक बढ़ा दिया गया है. इसके अलावा हमारा प्रयास है कि, संक्रमण और मृत्यु की दर लगातार कम हो इसके लिए राज्य सरकार ने चेन्नई और महंगी दवाओं को मंजूरी दी है. वह भी अजमेर में उपचार के लिए काम में ली जा रही है. कई मरीजों को यह दवा दी जा चुकी है.
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