अजमेर. जिला प्रशासन ने चक्रवाती तूफान तौकते के संभावित प्रभाव में अस्पतालों में मरीजों की जान बचाने, ऑक्सीजन आपूर्ति को सामान्य रखने और निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. इसके लिए जिले के सभी कोरोना अस्पतालों में ऑक्सीजन का बंपर स्टॉक रखने, बिजली आपूर्ति के वैकल्पिक इंतजाम रखने और अस्पतालों में किसी भी परिस्थिति में उपचार पर असर नहीं पड़ने देने के निर्देश दिए गए हैं.
प्रशासन की विभिन्न टीमों ने निर्देशों की पालना में सभी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद कर लिया है. जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि चक्रवाती तूफान तौकते के गुजरात और राजस्थान में प्रवेश के समय कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जारी विभिन्न कार्य प्रभावित होने की आशंका है. इस समय सबसे बड़ी प्राथमिकता अस्पताल में भर्ती मरीजों की जान बचाने और उन्हें ऑक्सीजन की सप्लाई को निर्बाध रखने की है.
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इसके लिए विभिन्न विभागों और अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. तूफान के अजमेर जिले में प्रभाव के दौरान प्रशासन के प्रयास निर्बाध बिजली और ऑक्सीजन उपलब्धता पर केंद्रित रहेंगे. साथ ही अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त अक्षय गोदारा ने बताया कि जिले में कोरोना के उपचार के लिए अधिकृत सभी सरकारी अस्पतालों पर ऑक्सीजन का बंपर स्टॉक रखा जा रहा है.
तौकते तुफान को लेकर कलेक्टर ने दिए निर्देश...
दक्षिण पूर्व अरब सागर से उठे तूफान तौकते का असर जालोर में होने की संभावना के चलते रविवार को जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने अधिकारियों की बैठक ली. जिसमें उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में जिले में संभावित चक्रवात के कारण अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई में बाधा नहीं होनी चाहिए. इस प्रकार की व्यवस्था रखी जाए. जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि प्रशासन के प्रयासों से और भामाशाहों के सहयोग से अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में हो रही है.