अजमेर.जिले मेंमहिला चिकित्सक और महिला आईएएस के बीच चल रहे विवाद में शुक्रवार को एक और नया मोड़ सामने आया है. बीते दो दिन पूर्व महिला चिकित्सक ज्योत्स्ना रंगा ने कोर्ट में महिला आईएएस अर्तिका शुक्ला के खिलाफ इस्तेगासा दर्ज किया था. कोर्ट ने सिविल लाइन थाने को आईएएस और उनके गार्ड के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश भी दिए थे, लेकिन अभी तक पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है.
महिला वरिष्ठ चिकित्सक और IAS विवाद वहीं, शुक्रवार को महिला चिकित्सक सिविल लाइन थाने पहुंची, लेकिन उन्हें वहां भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला. डॉक्टर रंगा ने कहा कि मुझे न्यायालय पर पूरा भरोसा है, लेकिन सिविल लाइन थाने में आदेश पारित होने के बाद भी अब तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है ये चिंता की बात है.
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महिला चिकित्सक के अधिवक्ता अजय वर्मा ने जानकरी देते हुए बताया कि अब तक पुलिस को महिला आईएएस और उनके गार्ड के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लेना चाहिए था, लेकिन अभी तक केस दर्ज नहीं किया गया है. उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि मामले में पुलिस भी इनके साथ मिली हुई है.
दरअसल, पिछले दिनों वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. ज्योत्स्ना रंगा ने सीएमएचओ दफ्तर में आईएएस अर्तिका शुक्ला पर बदसलूकी करने और अपने गार्ड के जरिए छीना झपटी करने का आरोप लगाया था. इसके अलावा ब्यावर एडीएम जसमीत संधू की ओर से चिकित्सकों को लेकर दिए गए निर्देश के खिलाफ जिलेभर में मेडिकल स्टाफ लामबंद हो गए थे और काली पट्टी बांध विरोध-प्रदर्शन भी किया गया था.