अजमेर.शहर में फिरौती के लिए युवक का अपहरण कर उसकी हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां फिरौती की रकम नहीं मिलने पर आरोपियों ने मृतक की हत्या कर लाश को सेप्टिक टैंक में डाल दिया.
अजमेर में अपहरण कर युवक की हत्या वहीं मृतक युवक के पिता ने 6 अक्टूबर को क्रिश्चियन गंज पुलिस थाने में अपने पुत्र के गुमशुदगी और मोबाइल फोन बंद होने का मामला दर्ज करवाया था. जिसके बाद पुलिस ने मामले में जांच-पड़ताल कर वारदात का पर्दाफाश कर दिया है.
पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि छोटू लाल बेरवा ने 6 अक्टूबर को क्रिश्चियन गंज थाने में अपने छोटे पुत्र रोशन की गुमशुदगी और मोबाइल फोन बंद होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. जिसमें परिवादी ने बताया कि उसका पुत्र 4 अक्टूबर से लापता है. जिसके बाद उसके बंद मोबाइल से 12 लाख रुपए की फिरौती का मैसेज आया है. जिसके बाद मामला दर्ज कर जांच के लिए टीम का गठन किया गया. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस, सीओ नॉर्थ प्रियंका रघुवंशी और थाना अधिकारी दिनेश कुमावत के निर्देशन में टीम को गठित किया गया.
जांच के दौरान मिले सुराग के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं आरोपियों के निशानदेही पर सैप्टिक टैंक को तोड़कर रोशन का शव निकाला गया है. जिसे पोस्टमार्टम के लिए जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है.
ये है पूरा मामला...
बता दें कि रोशन का अपहरण उसके दोस्त ब्रज मोहन उर्फ चांद लक्ष्मीनारायण उर्फ लक्की ने किया था. लक्की ने 4 अक्टूबर को आरोपियों ने रोशन को ब्रजमोहन के किराए के मकान में बुलाया. जहां दोनों ने उसे शराब पिलाई. जिसके बाद मृतक को काबू करने की कोशिश में दोनों ने उसका गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. रोशन की हत्या करने के बाद लक्की और चांद ने उसके मुंह पर सफेद टेप चिपका दिया. जिसके बाद आरोपियों ने लाश को सेप्टिक टैंक में डालकर उसके ऊपर से सीमेंट का प्लास्टर डाल दिया. साथ ही गैस के पाइप में कपूर भी डाल दिया, जिससे बदबू ना आए.
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आरोपी ब्रजमोहन रिश्ते में रोशन का धर्म का मामा लगता था. जिसने लक्की के साथ मिलकर रोशन का अपहरण और फिरौती की साजिश रची. आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के बाद मृतक के मोबाइल से उसकी भाभी और ममेरी बहन को मोबाइल पर 12 लाख की फिरौती का मैसेज भी किया. जिसका कोई जबाब नहीं मिलने पर आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए पत्र लिखकर फिरौती के संबंध में जानकारी दी.
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वहीं आरोपी कई बार पुलिस के तलाशी अभियान दौरान थाने में आता रहा. साथ ही मामले की जांच में पुलिस का सहयोग करने का नाटक करता रहा. जिससे शक की सुई उसके तरफ ना जाए. लेकिन पुलिस को सूचना मिली की आखरी बार रोशन आरोपी ब्रजमोहन के साथ ही देखा गया था.
जिसके बाद शक के निगाह पर पुलिस ने मामले की तह तक जाकर जांच की. पत्र और मोबाइल पर आए मैसेज के आधार पर पुलिस ने कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए जांच की, तो पूछताछ में पुलिस को रोशन की हत्या के पुख्ता सबूत मिल गए. जिसके बाद ब्रजमोहन और लक्ष्मीनारायण को गिरफ्तार कर लिया गया.