अजमेर. वैश्विक महामारी कोरोना से पूरा देश जूझ रहा है. इस महामारी ने हमारे जीने का तरीका तक बदल दिया है. त्यौहार हो या अन्य कोई कार्यक्रम, सभी कोरोना महामारी को ध्यान में रखकर मनाई जा रही हैं. वही क्रिसमस का पर्व भी कोरोना गाइडलाइन के तहत मनाया जा रहा है. फादर कॉसमॉस शेखावत ने बताया कि चर्च में मसीह समाज के लोगों के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.
अजमेर में पीपीई किट पहनकर चर्च में की गई कैरोल सिंगिंग इसके तहत मंगलवार को चर्च में कैरोल सिंगिंग का आयोजन किया गया. जिसमें सभी लोगों ने पी पी ई-किट पहनकर कोरोना वारियर्स के प्रति आभार जताया. मसीह समाज की ओर से शहर भर में एक रैली भी निकाली गई. जिसमें विभिन्न तरह की जीवन झांकियां आकर्षण का केंद्र रही.
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इस रैली के जरिए कोरोना से बचाव का संदेश दिया गया. रैली में मास्क लगाने सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने तथा सरकार की गाइडलाइन मानने के लिए अपील की गई. साथ ही कोरोना से खुद को और परिवारों को बचाने के उपाय भी बताए गए.
कमांडो दीपेंद्र सिंह काे 6 साल बाद मिला शहीद का दर्जा, मां की आंखों में छलक आए आंसू...
देश पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले भारत माता के वीर सपूत देश की सीमाओं पर हर समय तैनात होते हैं. ऐसे में उन लोगों को शहीद का दर्जा मिलना अपने आप में किसी बड़ी उपाधि से कम नही होता. जहां तीर्थ नगरी पुष्कर से 18 किलोमीटर की दूरी पर बसा लेसवा गांव आज अपने गांव के बेटे को 6 वर्ष बाद शहीद का दर्जा मिलने पर गौरवान्वित महसूस कर रहा है.