अजमेर.राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष एवं रीट परीक्षा 2021 के मुख्य समन्वयक डॉ. डीपी जारोली ने रीट परीक्षा को लेकर दिए जा रहे राजनीतिक बयानों पर बोर्ड की ओर से अपना पक्ष रखा. डॉ. जारोली ने प्रेसवर्त्ता में सांसद किरोड़ी लाल मीणा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया पर जमकर निशाना साधा.
डॉ. डीपी जारोली ने कहा कि सांसद मीणा और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पूनिया अपनी राजनीति चमकाने के लिए रीट परीक्षा को लेकर तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे हैं. लेकिन इससे कुछ होना-जाना नहीं है. मैं दोनों को खुली चुनौती देता हूं कि वह तथ्य उजागर करें. वरना व्यर्थ बयानबाजी बंद करें. नहीं तो प्रदेश की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी. बता दें कि बोर्ड के इतिहास में पहली बार से अध्यक्ष ने पद पर रहते हुए राजनीति बयान दिए हैं.
बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली ने कहा कि भाजपा के सांसद किरोडी लाल मीणा ने रीट प्रश्नपत्रों के लीक होने और उसका दायित्व बोर्ड की गोपनीय शाखा के माथे मंढ़ा. यहां यह स्पष्ट करना चाहूंगा कि बोर्ड ने 23 सितंबर को सारे प्रश्न पत्र जिला स्तर पर गठित जिला परीक्षा संचालन समिति, जिसके अध्यक्ष कलेक्टर होते हैं, उनको भलीभांति सौंप दिए और जिन्हें जिला प्रशासन ने जिला कोषागार पुलिस थानों और उपखंड कार्यालयों में भारी सशस्त्र गार्ड के साए में रखा.
26 सितंबर को परीक्षा आयोजन तिथि को सुबह 6 बजे से सशस्त्र गार्ड के साथ राज्य में रीट परीक्षा के लिए गठित 3 हजार 993 परीक्षा केंद्रों के लिए रवाना किया. रीट परीक्षा कंट्रोल रूम को इस समय तक पूरे राज्य में कहीं भी प्रश्न पत्रों के खुलने लीक होने की सूचना प्राप्त नहीं हुई. इसी तरह जिस उत्तर तालिका के बोर्ड के गोपनीय शाखा से लीक होने की सूचना प्राप्त नहीं हुई.
उन्होंने कहा कि उत्तर तालिका के बोर्ड के गोपनीय शाखा से लीक होने के बात सांसद किरोड़ी लाल मीणा कर रहे हैं, वह उत्तर तालिका आज दिनांक तक कहीं भी मुद्रण के लिए प्रेषित नहीं की गई है और मूल उत्तर तालिका बोर्ड के लॉकर में आज तक सुरक्षित है. यह उत्तर तालिकाएं विभिन्न विषय विशेषज्ञों ने बना कर लिफाफे में सील्ड कर स्वयं के हस्ताक्षर कर बोर्ड को सौंपी हैं. उन्होंने कहा कि मैं बताना चाहता हूं कि बोर्ड परीक्षा प्रश्न पत्र से लेकर बोर्ड की ओर से आयोजित रीट, एनटीसीई, एसटीएसई इत्यादि का संपूर्ण गोपनीय कार्य मेरे मार्गदर्शन में किया जाता है.
यह कहना कदापि सही नहीं है कि रीट परीक्षा की अधिकृत उत्तर तालिका मोबाइल पर वायरल हुई है. उन्होंने बताया कि जस परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र आउट हुआ वह 4 अभ्यार्थियों तक ही सीमित रहा. एसओजी ने उन चारों अभ्यार्थियों को गिरफ्तार कर लिया. एसओजी परीक्षा केंद्र से आउट हुए पेपर की भी जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि किसी पर आक्षेप लगाना बहुत ही सरल है, लेकिन जो लोग व्यवस्थाओं से जुड़ कर किसी बड़े आयोजन को मूर्त रूप देते हैं और इससे प्रदेश या संस्था का इकबाल बुलंद करते हैं, उनकी हौसला अफजाई करने के बजाय उन्हें आरोपित करना कहां तक उचित है.
उन्होंने कहा कि मैं इसका निर्णय प्रदेश की जनता पर छोड़ता हूं. डॉ जारोली ने कहा कि बोर्ड स्थापना वर्ष 1957 से लेकर आज दिनांक तक कोई भी कार्मिक प्रश्न पत्र लीकेज में किसी भी एजेंसी की ओर से दोषी या नामित नहीं पाया है. विगत 10 वर्षों से बोर्ड की कॉपी शाखा में किसी सेवानिवृत्त कर्मी की सेवाएं नहीं ली जाती हैं. इसलिए यह कहना अनुचित है कि किसी अधिकारी से सेवानिवृत्त के बाद गोपनीय कार्य करवाया जाता है. हां, शेष बोर्ड और रीट में कई कार्मिक सेवानिवृत्त होने के पश्चात भी कार्य कर रहे हैं.
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