अजमेर. भरतपुर सांसद रंजीता कोली पर हुए हमले से नाराज अजमेर में बीजेपी एससी मोर्चा के पदाधिकारियों ने कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है. मोर्चा के कार्यकर्त्ताओं का आरोप है कि घटना के तुरंत बाद कलेक्टर को सहायता के लिए फोन करने पर भी 50 मिनट तक कोई नहीं आया. इससे जाहिर है कि जब दलित महिला जनप्रतिनिधि के साथ ऐसा हो सकता है, तो दलित महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार के मामलों में क्या होता होगा.
सांसद रंजीता कोली पर हमले के विरोध में बीजेपी एससी मोर्चा ने दिया राज्यपाल के नाम ज्ञापन अजमेर बीजेपी एससी मोर्चा के जिला अध्यक्ष रमेश चंद मेघवाल ने बताया कि भरतपुर सांसद रंजीता कोली अस्पताल का निरक्षण करने जा रही थी. इस दौरान लाठी सरियों से लैस कुछ लोगों ने उन पर हमला किया. हमले के तुरंत बाद सांसद ने कलेक्टर को फोन कर घटना की जानकारी दी. बावजूद इसके 50 मिनट तक सांसद के सहयोग के लिए कोई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी नहीं आया. यह भरतपुर प्रशासन के लिए शर्मनाक है.
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उन्होंने कहा कि जब दलित महिला जनप्रतिनिधि के साथ इस तरह की घटना हो सकती है तो अन्य महिला दलितों के साथ हुए अत्याचार के मामलों में क्या होता होगा. इस घटना से अंदाजा लगाया जा सकता है. प्रदेश में अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं, लेकिन गहलोत सरकार अपराधियों पर अंकुश लगाने में नाकामयाब हो रही है. मेघवाल ने कहा कि महिला अत्याचार को लेकर कानून बने हुए हैं, लेकिन दलित महिलाओं के साथ अत्याचार को लेकर ओर कड़े कानून होने चाहिए. ताकि इस तरह की हिमाकत कोई दोबारा नहीं कर सके.
उन्होंने कहा कि दलित वर्ग में इस घटना को लेकर गहरा रोष है. सांसद रंजीता कोली पर हुए हमले के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो.